कोल इंडिया की सहायक कंपनियों के कमांड क्षेत्रों में बहु-कौशल कौशल विकास संस्थानों (एमएसडीआइ) की स्थापना के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है. कोल इंडिया की हर सहायक कंपनी में एक एमएसडीआइ स्थापित की जायेगी. पहले चरण में बीसीसीएल, सीसीएल, एमसीएल, एनसीएल और एसइसीएल तथा शेष सहायक कंपनियों में दूसरे चरण में इसकी स्थापना होगी. एमओयू पर कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रूपिंदर बराड़ की उपस्थिति में हस्ताक्षर किया गया. मौके पर कोल इंडिया के निदेशक कार्मिक विनय रंजन, इडीसीआइएल (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी मनोज कुमार के अलावा बीसीसीएल डीपी मुरली कृष्ण रमैय्या के साथ-साथ सभी सहायक कंपनियों के डीपी, कोयला मंत्रालय व अन्य कोयला कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
और वर्ष 2023-24 के सीएसआर व्यय की हुई समीक्षा
इधर वित्तीय वर्ष 2023-24 के सीएसआर व्यय की समीक्षा बैठक कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रूपिंदर बराड़ की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई. जिसमें सामाजिक-आर्थिक प्रभाव, सीएसआर रणनीतियों और सामाजिक दृश्यता बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की गयी. साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 में समाज के कल्याण के लिए पीएसयू द्वारा की गई पहलों की एक श्रृंखला पर प्रकाश डाला गया. बैठक में कोल इंडिया के डीपी विनय रंजन, बीसीसीएल के डीपी मुरली कृष्ण रमैय्या, इसीएल डीपी आहूति स्वाइन समेत सभी कोल कंपनियों के डीपी व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.
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