टाना भगतों का आंदोलन : टोरी में ट्रैक जाम, कई ट्रेनों के रूट बदले

चंदवा में टोरी रेलवे क्रॉसिंग के समीप टाना भगतों का आंदोलन दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. 26 घंटे से भी ज्यादा समय से चल रहे इस आंदोलन से इस रूट पर रेलवे का चक्का जाम हो गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2020 7:31 AM

लातेहार/चंदवा : चंदवा में टोरी रेलवे क्रॉसिंग के समीप टाना भगतों का आंदोलन दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. 26 घंटे से भी ज्यादा समय से चल रहे इस आंदोलन से इस रूट पर रेलवे का चक्का जाम हो गया है. इससे राजधानी सहित कई ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा. रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका जतायी जा रही है. गुरुवार को दिन भर प्रशासनिक अधिकारी टाना भगतों मनाने का प्रयास करते रहे, लेकिन इन्होंने दो टूक कह दिया कि जब तक राज्यपाल द्वारा लिखित आश्वासन नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा.

देर शाम करीब सात बजे विधायक बैजनाथ राम, लातेहार के उपायुक्त और एसपी टोरी स्टेशन पहुंचे थे. उन्होंने टाना भगतों को मनाने का प्रयास किया, पर वह नहीं माने.इससे पहले बुधवार शाम करीब 5:00 बजे बड़ी संख्या में टाना भगत रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंचे थे और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था. ये लोग चादर, तिरपाल लेकर आये थे, जिसके सहारे इन्होंने रेलवे ट्रैक पर ही रात बितायी.जिला प्रशासन ने रात में खाने की सामग्री उपलब्ध करायी, जिसे टाना भगतों ने अस्वीकार कर दिया. इन्होंने अपने साथ लाये सत्तू, चना, गुड़ और अन्य खाद्य सामग्री से पेट भरा.

इसलिए हो रहा है आंदोलन : जमीन का मालिकाना हक नहीं मिलने और उनकी खेती योग्य जमीन को वन भूमि बता कर कोयला उत्खनन के लिए सीसीएल को दिये जाने के विरोध में टाना भगतों का यह आंदोलन वर्ष 2017 में चतरा जिले के टंडवा प्रखंड के ठेठांगी गांव से प्रारंभ हुआ था. फिलहाल यह आंदोलन अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी नीति टाना भगत समुदाय के बैनर तले चल रहा है. प्रदर्शन में गुमला, लोहरदगा, रांची, पलामू, हजारीबाग, सिंहभूम और मांगभूम जिले से टाना भगत समुदाय के महिला-पुरुष व बच्चे शामिल हैं.

यह है मांग

  • ठेठांगी गांव में टाना भगतों की 34 एकड़ जमीन को वापस किया जाये

  • छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम 1947 धारा 145 टेनेंसी एक्ट 81 धारा-ए के तहत जमीन का मालिकाना हक दिया जाये

  • छोटानागपुर के अंतर्गत आनेवाले सभी आठ जिले में टाना भगतों पर किये गये मामलों को वापस लिया जाये

  • टाना भगतों को भूमि का पट्टा दिया जाये

  • जल, जंगल व जमीन का दोहन बंद हो और राज्य की खनिज संपदा बाहर नहीं जाये

दिल्ली से आ रही राजधानी डाल्टेनगंज में फंसी, रांची से बदले मार्ग से रवाना हुई : टोरी में चक्का जाम होने की वजह से दिल्ली से रांची आ रही राजधानी एक्सप्रेस गुरुवार सुबह से ही डाल्टेनगंज रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी. सीनियर डीसीएम अवनीश कुमार ने बताया कि वहां से जिला प्रशासन ने 930 यात्रियों को 32 बसों में बैठा कर रांची भेजा. जबकि, खाली ट्रेन परिवर्तित मार्ग से होते हुए देर रात रांची पहुंचेगी. इधर, रांची से खुलनेवाली रांची-दिल्ली राजधानी ट्रेन अपने निर्धारित समय 5:40 बजे परिवर्तित मार्ग बोकारो, गोमो, गया होकर दिल्ली के लिए रवाना हुई.

स्टेशन अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि रेलवे ट्रैक जाम होने से डाउन रेल लाइन पर डाल्टेनगंज में एक, केचकी में एक, बरवाडीह में एक, रिचुघुटा में दो, टोरी में दो व महुआमिलान रेलवे स्टेशन में एक मालगाड़ी खड़ी हैं. वहीं अप रेल लाइन पर रजहरा में एक, खलारी में एक, राय में दो, पतरातू में चार मालगाड़ी को रोक कर रखा गया है. वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर महुआमिलान से वीराटोली स्टेशन होते भुरकुंडा, पतरातू होते जीसी लाइन से मालगाड़ियों का परिचालन कराया जा रहा है.

  • गुमला, लोहरदगा, रांची, पलामू, हजारीबाग, सिंहभूम से टाना भगत पहुंचे हैं प्रदर्शन में

  • डाल्टेनगंज में रुकी दिल्ली से रांची आ रही राजधानी ट्रेन, 930 यात्रियों को बसों से रांची भेजा गया

Post by : Pritish Sahay

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