सांसद वरुण गांधी ने अपनी सरकार को बेरोजगारी पर घेरा, बोले- एक करोड़ सरकारी पद खाली, बताएं क्यों नहीं हुई भर्ती

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश का बड़ा दुर्भाग्य है कि करोड़पतियों को आसानी से लोन मिल जाता है. लेकिन, एक आम आदमी को लोन के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं. उन्हें रिश्वत देनी पड़ती है, ऐसा क्यों ? सांसद ने कहा कि यह जो आशा, आंगनवाड़ी, ​शिक्षामित्र हैं, खून के आंसू रो रहे हैं.

By Sanjay Singh | October 30, 2023 6:04 AM

Varun Gandhi News: उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने संसदीय क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में एक करोड़ से अधिक पद खाली हैं. लेकिन, नहीं भरे गए. पूरनपुर ब्लॉक क्षेत्र में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में सांसद वरुण गांधी ने कहा कि गांव के लोगों ने हमेशा मेरा और मेरी मां का सहोयाग किया है. इसको हम कभी नहीं भूल सकते. पीलीभीत जिला उनका परिवार है. उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली में जब आंदोलन हुआ था, उसमें 500 से अ​धिक किसान शहीद हुए.मगर, कोई भी सांसद उनके दु:ख, दर्द सुनने नहीं पहुंचा. उनके पक्ष में भी नहीं बोला. लेकिन, मैं देश का एकलौता सांसद हूं जिसने उन पीड़ित किसानों के लिए आवाज उठाई. सांसद ने कहा कि आज एक करोड़ सरकारी पद खाली हैं. मगर, भर्ती नहीं की जा रही है, बताएं क्यों ? इस समय गावं-गांव में बेराजगारी है, लोग अपने परिवार को छोड़कर 500 किलोमीटर दूर कमाने जाते हैं. सांसद ने कहा कि अस्पताल में अगर कोई सेठ पहुंच जाए, तो उसकी ​​​खिदमत में सब लग जाते हैं. तुरंत ही बेड मिल जाता है. लेकिन, अगर गरीब दवा लेने जाए, तो उसकी कोई भी नहीं सुनता हैं. उसका फर्श पर इलाज होता है.


करोड़पतियों को मिलता है लोन

उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद वरुण गांधी ने लोन व्यवस्था पर सवाल उठाए. कहा कि देश का बड़ा दुर्भाग्य है कि करोड़पतियों को आसानी से लोन मिल जाता है. लेकिन, एक आम आदमी को लोन के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं. उन्हें रिश्वत देनी पड़ती है, ऐसा क्यों ? सांसद ने संविदा कर्मचारियों के हक में आवाज उठाते हुए कहा कि यह जो आशा, आंगनवाड़ी, ​शिक्षामित्र हैं. खून के आंसू रो रहे हैं. नियमित करने, मानदेय बढ़ने की बात तो की जाती है. मगर, कुछ नहीं होता. नई नौकरी नहीं दी जा रही हैं. प्राइवेट संस्थाओं के माध्यम से भर्ती की खानापूर्ति की जा रही है, जब चाहे रखे जब चाह हटा दें. यह व्यवस्था इस देश में चल रही है. मैं इस तरह की राजनीति​ के ​खिलाफ हूं, जिसमें आम आदमी की अनदेखी की जा रही हो.

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कभी समझौते की राजनीति नहीं की

वरुण गांधी ने कहा कि आजादी के इतने साल हो गए, लेकिन आज भी आम आदमी को दबकर अ​धिकारी और पुलिस से अपनी बात रखनी पड़ती है. यह तो अंग्रेजों के जमाने में होता था. लेकिन, अब यहां हो रहा है. न तो अ​धिकारी सुनते हैं और न ही अन्य जिम्मेदार. उन्होंने कहा कि भारत माता की सही मायनों में तभी जय होगी, जब सारे संतानों की ​इज्जत एक समान होगी. सांसद बोले कि मैनें कभी भी समझौते की राजनीति नहीं की है. मैनें हमेशा सिद्धांतों की राजनीति की है.वह अकेले ऐसे सांसद हैं, जिसने 15 साल में सांसदी के एक भी रुपये नहीं लिए. घर और कोई भी सुख सुविधा नहीं ली, एक भी गाड़ी नहीं ली. पीलीभीत में न तो कोई जमीन, न ही मकान लिया. बाकी ऐसे लोग भी हैं, जिनको एक बार मौका मिलता है. उनका हुलिया बदल जाता है. गाड़ी बदला जाती है, घर बड़े हो जाते हैं. ऐसे लोग बाद में कॉलोनियां काटते हैं. यह सब चोरी नहीं है, तो क्या है?, लेकिन मैंने आज ईमानदारी की राजनीति की है और साधारण जीवन जी रहा हूं.

सांसद ने स्टूडेंट को बांटे टेबलेट

सांसद वरुण गांधी ने गुलाबटांडा में जनसभा के बाद राजकीय पॉलीटेक्निक में छात्र-छात्राओं को टेबलेट वितरण किए. इसके बाद कलीनगर, मैनाकोट, मल्लपुर न्यूरिया, करेलिया, पिपरिया संतोष, नवदिया सुखदासपुर, दयालपुर, लक्ष्मीपुर, जमुनिया, बांसखेड़ा, रानीगंज आदि में देर रात तक जनसभाएं की.कार्यक्रम के दौरान कमलकांत, राजू आचार्य, नवीन अलख, बलजीत सिंह, दीपक पाण्डेय, सूरज शुक्ला, रंजीत सिंह, पप्पू सिंह, राहुल पांडेय बूटा, अगमवीर, ओमपाल, शिवकुमार, ध्रुव सिंह, आशीष आदि मौजूद रहे.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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