एमएस धोनी भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान के रूप में जाने जाते हैं. अपनी कप्तानी के दौर में इन्होंने सभी ट्रॉफी को अपने नाम किया है. भारतीय टीम के तरफ से धोनी ने कई सालों तक टीम का कमान संभाला. अपनी बेहतरीन कप्तानी से धोनी ने कई बार सभी खिलाड़ियों और दर्शकों को चौकाया है. उन्होंने अपने करियर का अंत सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान के रूप में किया. जिसे कई सालों के बाद विराट कोहली ने तोड़ा. बता दें टी20 और वनडे में भारत को सबसे अधिक जीत दिलाने का रिकॉर्ड भी एमएस धोनी के नाम है. धोनी 2008 से 2014 तक भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रहें.
2007 में धोनी को भारतीय टीम में टी-20 फॉर्मेट के कप्तान के रूप में चुना गया. टीम में पहले से कई दिग्गज बल्लेबाज मौजूद थे. टीम में युवराज सिंह और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी के होने के बावजूद धोनी को टीम का कमान संभालने का मौका दिया गया. अपनी कप्तानी से धोनी ने सभी को अचंभित कर दिया और 2007 टी20 विश्व कप में भारत को जीत दिलाई. जिसके बाद से धोनी ने काभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. जिसके बाद 2008 में इन्होंने भारतीय पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की जगह ली और भारत के सभी प्रारूप के कप्तान बन गए.
Also Read: World Cup: जब 2007 की हार का बदला सहवाग ने 2011 में लिया
भारतीय पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने 2020 में, स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करने के दौरान बताया कि एमएस धोनी ने कप्तान के रूप में पहली बार टेस्ट मैच खेलने के बाद, मैदान से टीम होटल तक टीम बस को चलाई थी. उन्होंने बस ड्राइवर को बस के पीछे जा के बैठने को कहा और फिर बस को अपने से चलाने लगें. हम सभी ये देकर बहुत ही आश्चर्यचकित हो गए थें. धोनी ने उस दिन बस को स्टेडियम से निकाला और फिर नागपुर के होटल तक ले गए.