Mudiya Purnima Mela 2022: धर्म नगरी में गोवर्धन लगने वाले गुरु( मुड़िया) पूर्णिमा मेले पर भक्तजनों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है. प्रशासन के अनुसार गोवर्धन पर यह मेला 8 जुलाई से 15 जुलाई तक चलेगा. बताया जा रहा है कि 10 जुलाई को एकादशी है ऐसे में उस दिन से भक्त जनों की भीड़ अधिक संख्या में बढ़ने लगेगी. प्रशासन के अनुसार मुड़िया पूर्णिमा पर करीब 1 करोड लोग गोवर्धन की 21 किलोमीटर की परिक्रमा पूरी करेंगे. प्रशासन ने मेले के लिए क्या-क्या इंतजाम किए हैं इसके बारे में विस्तार से जानते हैं…
धर्म नगरी मथुरा में स्थित गोवर्धन की परिक्रमा लगाने के लिए लोगों का हुजूम हमेशा लगा रहता है. लेकिन वहीं सावन से कुछ समय पहले पड़ने वाली गुरु पूर्णिमा पर गोवर्धन में खास इंतजाम किए जाते हैं. दरअसल इस बार भी प्रशासन ने हर साल की तरह 8 जुलाई से 15 जुलाई तक गोवर्धन क्षेत्र में मुड़िया पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन किया है. इस दौरान लाखों की संख्या में गिर्राज महाराज के भक्तजन उनकी 21 किलोमीटर की परिक्रमा लगाने के लिए आते हैं. मुड़िया पूर्णिमा के मेले के दौरान गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर चारों तरफ आपको श्रद्धालु ही नजर आएंगे.
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आपको बता दें गोवर्धन में मुड़िया पूर्णिमा का मेला करीब 450 सालों से लगता आ रहा है. वहीं इस मेले में देश और राज्य के साथ-साथ विदेश के भी श्रद्धालु अपने आराध्य गोवर्धन महाराज की 21 किलोमीटर की परिक्रमा को पूरा करते हैं और उनका पूजन करते हैं. वहीं आपको बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते 2020 और 2021 में यह मेला नहीं लग पाया था.
गुरु(मुड़िया) पूर्णिमा का मेला 2 साल के अंतराल के बाद फिर से लग रहा है. ऐसे में प्रशासन को मेले में भारी भीड़ आने और पुराने सभी रिकॉर्ड टूटने की संभावना लग रही है. जिसके लिए प्रशासन ने भी पूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं. चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है. ट्रैफिक विभाग को भी निर्देश दे दिए गए हैं. अधिकारी लगातार बैठक कर मेले के लिए संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं.
गुरु पूर्णिमा मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. बड़ी संख्या मध्य प्रदेश, राजस्थान, बुंदेलखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के श्रद्धालु यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं. दिल्ली की तरफ से आने वाले लोग बस या ट्रेन के जरिए मथुरा और फिर यहां से गोवर्धन आ सकते हैं. आगरा, ग्वालियर, झांसी, कानपुर की तरफ से आ रहे हैं, तो मथुरा से आपको बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से ही रोडवेज बस गोवर्धन के लिए मिलेंगी.
भरतपुर से आने वाले श्रद्धालुओं को जाजमपट्टी मगोर्रा पहुंचना होगा. यहां से सौंख होते हुए गोवर्धन पहुंच सकते हैं. इसी तरह अलवर की तरफ से आने वाले लोगों को डीग होकर गोवर्धन पहुंचना होगा. इसके अलावा अलवर से मथुरा आने वाली ट्रेन के जरिए भी गोवर्धन पहुंच सकते हैं.