सैफ अली खान के ‘रावण की मानवता’ वाले बयान पर मुकेश खन्ना ने साधा निशाना, Video जारी करके कहा मार खाओगे . . .
पिछले दिनों एक्टर सैफ अली खान ने अपनी आने वाली फिल्म आदिपुरुष में अपने द्वारा निभाए जा रहे लंकेश के किरदार को लेकर एक टिप्पणी दी थी. इस बात को लेकर फिल्म अभिनेता मुकेश खन्ना ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पिछले दिनों एक्टर सैफ अली खान ने अपनी आने वाली फिल्म आदिपुरुष में अपने द्वारा निभाए जा रहे लंकेश के किरदार को लेकर एक टिप्पणी दी थी. सैफ ने ने अपने किरदार के बारे में बोलते हुए कहा था, ‘एक राक्षस राजा का किरदार निभाना काफी दिलचस्प है, लेकिन ये इतना भी क्रूर नहीं है. हम इसे काफी मनोरंजक बनाने वाले हैं. सीता का अपहरण और राम के साथ हुए युद्ध को हम उसकी बहन के लिए बदले की भावना से जोड़कर दिखाने वाले हैं जिसकी नाक लक्ष्मण ने काट दी थी.’ इस बात को लेकर सैफ को काफी ट्रोल भी किया गया. हालांकी बाद में सैफ ने एक बयान जारी करके माफी भी मांगी. इस बात को लेकर फिल्म अभिनेता मुकेश खन्ना ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
एक वीडियो के जरिए मुकेश खन्ना ने लिखा, “अभी भी जाने अनजाने में फ़िल्मकार फ़िल्मों के तूनीर से हमारे सनातन धर्म और उनके धार्मिक किरदारों पर बाण चलाने से बाज़ नहीं आ रहे। लक्ष्मी बम फटा नहीं, एक और हमला बोल दिया गया. मशहूर कलाकार सैफ अली खान ने एक इंटरव्यू में एक आपत्तिजनक खुलासा किया.”
मुकेश खन्ना कहते हैं, “या फिर इसे मैं अपने आप को बुद्धिजीवी कहने वाले डायरेक्टर प्रोड्यूसर का दुस्साहस कहूं जो अब भी ऐसी फ़िल्म्ज़ बनाने की जुर्रत रखते हैं. फिर वही बात कहूंगा कि दूसरे किसी धर्म के किरदारों से ऐसा खेल खेलकर बताओ. अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा बना के पेश करो. मार खाओगे उनसे. राम, रावण नहीं बन सकता. वैसे रावण, राम नहीं. तो ये रावण को दयालु बनाने का खेल क्यों भई? क्या इसमें भी कोई साज़िश है? या फिर इन लोगों का आज़माया हुआ फिल्म प्रमोशन, मैं नहीं कह सकता. जनता को ख़ुद सोचना होगा. मुझे बुरा लगा इसलिए कह दिया. आप सब भी सोचिए कि आपको भी बुरा लगा या नहीं.”
सैफ ने दी सफाई, कहा भावना को आहत करने का नहीं था इरादा
अभिनेता सैफ अली खान ने अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा है”मुझे पता चला है कि एक साक्षात्कार के दौरान मेरे एक बयान ने विवाद पैदा कर दिया है और लोगों की भावनाओं को आहत किया है. यह मेरा इरादा कभी नहीं था या इस तरह का मतलब था. मैं ईमानदारी से हर किसी से माफी मांगना और अपना बयान वापस लेना चाहूंगा। भगवान। मेरे लिए हमेशा धार्मिकता और वीरता का प्रतीक रहा है. आदिपुरुष बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के बारे में है और पूरी टीम मिलकर काम कर रही है ताकि महाकाव्य को बिना किसी विकृतियों के प्रस्तुत किया जा सके.”
इन फिल्मों में सैफ निभा चुके हैं खलनायक का किरदार
अभिनेता सैफ अली खान पहली बार निगेटिव किरदार में नहीं दिखने वाले हैं, इससे पहले भी वो ओमकारा, रेस ( ग्रे शेड) और तान्हाजी जैसी फिल्मों में विलेन के रुप में दिख चुके हैं.
Posted By: Shaurya Punj