साहिबगंज : शारीरिक रूप से विकलांग होना हो तो मुक्तेश्वर धाम गंगा घाट जरूर पहुंचे
पिछले एक साल में दर्जनों ऐसे मामले सामने आए जब गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु यहां की फिसलन दार सीढ़ी का शिकार होकर अपना कोई ना कोई अंग यह हड्डी तुड़वा बैठे.जानकारी मिलने पर मामले को लेकर स्थानीय विधायक अनंत ओझा के द्वारा कई बार जिला स्तरीय बैठक में सवाल उठाया जाता रहा है.
साहिबगंज : अगर आपको शारीरिक रूप से विकलांग होना है तो शहर का मुक्तेश्वर धाम गंगा घाट स्थित में गंगा स्नान करने जरूर आएं. यहां की फिसलन दार सीढ़ी इसके लिए यहां स्नान करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रतिदिन निमंत्रण दे रहा है. फिसलनदार सीढ़ी घाट का शिकार होकर पिछले 6 माह में एक दर्जन से अधिक लोग अपने हाथ, पैर, कमर या शरीर के कोई अन्य अंग की हड्डी तुड़वाकर या तो परेशान है या फिर शारीरिक रूप से विकलांग हो चुका है.
केस स्टडी-1
गायत्री देवी, मोहल्ला तालबन्ना मां की पूर्णिमा के मौके पर गंगा स्नान करने मुक्तेश्वर धाम गंगा घाट पहुंची थी, इससे पहले कि वह नहाने के लिए गंगा में डुबकी लगा पाती फिसलन दार सीढ़ी घाट का शिकार हो गई, उनकी कमर की हड्डी टूट गई.
केस स्टडी-2
जयप्रकाश, मोहल्ला पटनिया टोला तकरीबन तीन महापुर पूर्णिमा के मौके पर गंगा स्नान करने पहुंचे थे नहाने के बाद मंदिर में स्थापित प्रतिमा पर जल चढ़ाने के लिए जा रहे थे उसी क्रम में वे वहां मौजूद फिसलन दार सीढ़ी की चपेट में आ गए और फिसल का गिरने से उनके बाएं पैर की हड्डी टूट गई.
कई ऐसे मामले हुए हैं
यह तो महज चंद उदाहरण हैं ऐसे पिछले एक साल में दर्जनों ऐसे मामले सामने आए जब गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु यहां की फिसलन दार सीढ़ी का शिकार होकर अपना कोई ना कोई अंग यह हड्डी तुड़वा बैठे.जानकारी मिलने पर मामले को लेकर स्थानीय विधायक अनंत ओझा के द्वारा कई बार जिला स्तरीय बैठक में सवाल उठाया जाता रहा इसके बाद एक 3 सदस्य कार्यपालक अभियंताओं की टीम के द्वारा घाट की जांच की गई. जाति क्रम में उक्त कार्यपालक अभियंताओं ने लोगों को आश्वासन दिया कि इसका जल्द से जल्द समाधान कर दिया जाएगा.लेकिन जांच के 6 माह बाद भी स्थिति जस की तस्वीर बनी रही. कार्य के नाम पर वहां बिछाए गए टाइल्स को हल्का-फुल्का दाग लगाने का काम किया गया जो यहां आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अब तक नाकाफी साबित हुआ है.
21 करोड़ की लागत से हुआ है सीढ़ी घाट का निर्माण
नमामि गंगे के तहत तकरीबन 4 वर्ष पूर्व 21 करोड रुपए की लागत से मुक्तेश्वर धाम सीढ़ी घाट का निर्माणरामकृपाल कंस्ट्रक्शन के द्वारा करवाया गया. आरोप प्रत्यारोप और कई और नियमितताओं के बीच इस सीढ़ी घाट का निर्माण किया गया. चर्चा रहेगी यहां सीढ़ी घाट पर टाइल्स नकली और घटिया किस्म का लगाया गया, जिसका खामिया जा यहां स्नान करने पहुंचने वाले दर्जनों श्रद्धालुओं को अब तक अपने शरीर के विभिन्न अंगों की हड्डियों को डूबा कर भुगतना पड़ा है.
सीढ़ी घाट को लेकर विधायक ने दिखाई है गंभीरता
मुक्तेश्वर धाम स्थित सीढ़ी घाट पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर स्थानीय भाजपा विधायक अनंत ओझा ने काफी गंभीरता दिखाई है. कुछ समय पूर्व छठ पर्व को लेकर नगर परिषद साहिबगंज के कार्यपालक पदाधिकारी के साथ सीढ़ी घाट का मुआयना करने पहुंचे विधायक ने वहां लगे जानलेवा टाइल्स को अभिलंब बदलवाने का निर्देश नगर परिषद के कार्यपालिका को दिया है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द बात नहीं बनी तो किसी भी निधि से जल्द से जल्द वहां खतरनाक रूप ले चुके सीढ़ी घाट के टाइल्स को बदलवाने का कार्य किया जाएगा.
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