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West Bengal News: मुकुल रॉय ने किया साफ, तृणमूल से मानसिक रूप से नहीं जुड़ा, भाजपा के लिए करना चाहता हूं काम

पश्चिम बंगाल के नेता मुकुल रॉय के लापता होने के बीच बुधवार को उन्होंने साफ किया कि वो टीएमसी से कभी मानसिक रूप से जुड़े नहीं. अब भाजपा के लिए काम करने की बात कही. बता दें कि रॉय 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी टिकट से चुनाव जीते, लेकिन बाद में फिर टीएमसी में शामिल हो गये थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2023 9:17 PM
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West Bengal News: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय के लापता होने की अटकलों के बीच बुधवार को बड़ा खुलासा किया. कहा कि तृणमूल कांग्रेस में कभी मानसिक रूप से नहीं जुड़ा. इसलिए इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है. कहा कि वो भगवा खेमे के सिपाही हैं और भविष्य में बीजेपी के लिए काम करने की इच्छा है.

कुछ लोग मेरे बारे में अफवाह फैला रहे हैं

न्यूज एजेंसी भाषा से बुधवार को फोन पर हुई बातचीत के दौरान मुकुल रॉय ने उम्मीद जताया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी. साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पिछले सप्ताह रखे गये 35 से अधिक सीटों के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी. कहा कि मैं पूरी तरह दुरुस्त हूं. कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि मैं अस्वस्थ हूं, जो सही नहीं है. कहा कि मैं भाजपा विधायक हूं और पार्टी के लिए दिल्ली आया हूं. मैं भाजपा के लिए काम करना चाहता हूं. मैं तृणमूल कांग्रेस के साथ मानसिक रूप से कभी नहीं था.

2017 में तृणमूल छोड़ भाजपा में आये थे मुकुल रॉय

मालूम हो कि तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे मुकुल रॉय वर्ष 2017 में भाजपा में आ गये थे. वर्ष 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीते. हालांकि, वह चुनाव परिणाम के बाद तृणमूल कांग्रेस में लौट गये थे. उन्होंने तब सदन की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया था और तकनीकी रूप से वह अब भी भाजपा विधायक हैं.

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मानसिक रूप से कभी तृणमूल का हिस्सा नहीं रहा

तृणमूल कांग्रेस से दोबारा जुड़ने के बाद पार्टी के साथ उनके तालमेल के बारे में पूछने पर 69 वर्षीय रॉय ने कहा कि मैं उस वक्त सही नहीं था और मानसिक रूप से कभी उसका हिस्सा नहीं रहा. वहीं, तृणमूल कांग्रेस में लौटने के बाद से रॉय अपनी सेहत का हवाला देते हुए सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहे.

मुकुल रॉय को डिमेंशिया और पार्किंसन का मरीज बताया

वहीं, रॉय के डॉक्टरों और उनके बेटे के मुताबिक वह डिमेंशिया और पार्किंसन रोग से जूझ रहे हैं. पिछले महीने उनका मस्तिष्क का एक ऑपरेशन भी हुआ था. डॉक्टरों ने बताया कि उनके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन उनकी मानसिक सेहत को लेकर वे भी अनिश्चित हैं. मुकुल रॉय का कुछ समय से इलाज कर रहे न्यूरोसर्जन डॉ एसएन सिंह ने बताया कि पिछले महीने के मुकाबले मुकुल रॉय के शारीरिक स्वास्थ्य में बहुत सुधार हुआ है. लेकिन, उनकी दिमागी सेहत में कितना सुधार आएगा इसका आकलन अभी किया जाना है. कहा कि डिमेंशिया कभी पूरी तरह से ठीक नहीं होता और उम्र बढ़ने के साथ स्थिति और खराब होने की आशंका रहती है.

तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफे का कोई सवाल नहीं

तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने के सवाल पर रॉय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है क्योंकि मैं आधिकारिक रूप से इसका हिस्सा हूं ही नहीं. कहा कि मैं अब भी भाजपा विधायक हूं. हालांकि, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के इस बयान पर कोई टिप्पणी नहीं कि वह भाजपा विधायक हैं और यदि वह दिल्ली जाना चाहते हैं, तो उनका मामला है. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह जल्द गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे और भाजपा के लिए काम करना शुरू करेंगे.

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बेटे ने पिता को इलाज की जरूरत का किया दावा

वहीं, रॉय के बेटे शुभ्रांग्शु ने दावा किया था कि उनके पिता को इलाज की जरूरत है और उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. क्या रॉय ने अपने बेटे से बात की है, यह पूछा गया तो उन्होंने हां में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उनके अचानक दिल्ली आने की वजह से शुभ्रांग्शु चिंतित हो गया था.

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