Kanpur News: नगर निगम ने 3 कुंतल मूंगफली खिलाकर 4 दिन में पकड़े 359 बंदर, जानें पूरा मामला

कानपुर शहर में आवारा बंदरों की आतंक से परेशान होकर लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन को पोस्ट करना शुरू किया, जिसके बाद नगर निगम जागा. लेकिन समस्या यह थी बंदर कैसे पकड़े जाएं? यहां जानें कैसे पकड़े जा रहे हैं बंदर.

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2023 1:59 PM
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कानपुर शहर में बंदरों के आतंक से बचने के लिए लोगों को अपने घर को ही ‘पिंजड़ा’ बनाना पड़ गया. नगर निगम और वन विभाग में 20 वर्षों से इस बात को लेकर तकरार होती रही कि बंदरों को आखिर पकड़ेगा कौन. वन विभाग कहता था कि जंगल के बंदर उसके हैं, शहर के नहीं. इस समस्या से निपटने के लिए लोगो ने सोशल मीडिया पर आवारा बंदरों की आतंक से परेशान होकर प्रशासन को पोस्ट करना शुरू किया, जिसके बाद नगर निगम जागा. लेकिन समस्या यह थी बंदर कैसे पकड़े जाएं? कई जतन के बाद भी बंदर जाल में नहीं फंसे. एक-दो पकड़े गए तो उन्हें उनके साथी छुड़ा ले गए. आखिरकार कैटिल कैचिंग टीम ने बंदरों को मूंगफली का लालच देना शुरू किया. इसका नतीजा यह हुआ कि पिछले चार दिनों में 359 बंदर पकड़ लिए गए. यह अलग बात है कि नगर निगम द्वारा खरीदी गई तीन कुंतल मूंगफली भी खा गए. शहर में लगभग पांच हजार बंदर हैं, जो मुसीबत बने हुए हैं. ये घरों में घुसकर फ्रीज से खाना निकाल लेते हैं. छतों पर फैलाए गए कपड़े फाड़ देते हैं. फूल और पत्तियों को तोड़कर फेंक देते हैं. स्थिति यह है कि पिछले दो सालों में बंदरों द्वारा हमले किए जाने की 187 घटनाएं हो चुकी हैं. इसमें 66 लोगों के हाथ-पैर टूट गए. शहर से अभी तक 359 बंदर पकड़े जा चुके हैं. अभी यह अभियान 30 दिसंबर तक चलेगा.

ऐसे फंसाए जा रहे जाल में

जहां बंदर बहुतायत में हैं वहां नगर निगम की कैटिल कैचिंग टीम चार पिंजड़ा अलग-अलग थोड़ी-थोड़ी दूर पर रख देती है. इसी पिंजड़े में मूंगफली रख दी जाती है. पिंजड़े का रिमोट लेकर किसी पेड़ की आड़ में कर्मचारी खड़ा हो जाता है. मूंगफली देखकर बंदर पिंजड़े में घुसते जाते हैं. कुछ निरीक्षण भी करने लगते हैं, जब उन्हें कोई खतरा नहीं दिखता तो बड़े आराम से मूंगफली खाने लगते हैं. इसी बीच रिमोट से बटन दबा दिया जाता है और पिंजड़ा बंद हो जाता है.

सांड़ों से सड़कों की पूरी मुक्ति की तैयारी

कानपुर नगर निगम ने सिर्फ सांड़ पकड़ने के लिए ‘हमें बुला लो, हमें दे दो’ नाम से विशेष अभियान चलाया है. 30 दिसंबर तक अभियान भी चलेगा. कंट्रोल रूम नंबर (0512-2526004, 2526005, टोल फ्री नंबर 18001805159 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन 8429526078) जारी किए गए हैं. कॉल या मैसेज करते ही क्यूआरटी पहुंचती है. अभियान में चार दिनों में 170 सांड़ पकड़े जा चुके हैं.

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