Varanasi News: गंगा जमुनी तहजीब को सहेज कर रखने वाले शहर काशी की मिट्टी से आज भी अध्यात्म और पुरानी संस्क़ति की खुश्बू आती हैं. यहां रहने वाले लोगों के दिलों में जाति-धर्म-सम्प्रदाय की जगह एकता का भाव दिलों में बसता है. काशी में मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की मुस्लिम महिलाओं ने साम्प्रदायिक सौहार्द का परिचय देते हुए, गाय के गोबर और मिट्टी से इको फ्रेंडली श्रीराम दीपक तैयार किए हैं.
इन दीपक के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं ने गाय संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और धार्मिक हिंसा से मुक्ति का संदेश दिया. मुस्लिम महिलाओं द्वारा तैयार किये गए दीपक धार्मिक समरसता का संदेश देने लिये काशी के हिन्दू परिवारों और प्रमुख लोगों को भेंट स्वरूप भी दिए जाएंगे.
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की सदस्य नाजनीन अंसारी ने श्रीराम दीपक के बारे में बताया कि हम सभी मुस्लिम बहने मिलकर मिट्टी और गोबर से निर्मित स्वदेशी दीपक बना रहे हैं, जो पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश हैं.
मुस्लिम महिला फाउंडेशन के महिलाओं ने बताया कि, इन दीपकों को तैयार करने के बाद रंग बिरंगे तरीकों से सजाया जाएगा, इनमें से 108 दीपक अयोध्या के साकेत भूषण मंदिर में जलाने के लिए भेजे जाएंगे. अयोध्या में दिवाली के अवसर पर लाखों दीपक जलेंगे. उनमें जलने वाले ये 108 दिए मुस्लिम महिलाओं द्वारा अमन -चैन -शांति का पैगाम देकर जलेंगे.
उन्होंने बताया कि इन दीपक के माध्यम से पूरी दुनिया को संदेश देना चाहते हैं कि, लोग राम के मार्ग को अपनाएं. पूरी दुनिया हिंसा के नाम पर प्रताड़ित की जा रही है. धर्म के नाम पर लोगो के बीच मारकाट मची हुई है. उन्होंने कहा कि राम सबके है और सबमे हैं. ‘हिन्दू- मुस्लिम समेत सभी धर्म जाति के लोगों के पूर्वज राम हैं, और सभी को राम के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है.
(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)