Odisha News: नागरिक सुरक्षा समिति ने 1 मार्च को राउरकेला बंद का किया आह्वान, जानिए क्या है कारण
ओड़िशा के राउरकेला में बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को अपोलो ग्रुप को सौंपे जाने का विरोध किया जा रहा है. इसी संबंध में नागरिक सुरक्षा समिति ने 1 मार्च को राउरकेला बंद का आह्वान किया है.
राउरकेला. राउरकेला नागरिक सुरक्षा समिति ने करदाताओं के 400 करोड़ रुपये से राउरकेला में बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को अपोलो ग्रुप को सौंपे जाने का विरोध किया है. समिति ने कहा है कि यह अस्पताल अपोलो ग्रुप को देने से गरीब लोगोंं को उचित स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल पायेगी. इस अस्पताल को एम्स की तर्ज पर चलाया जाना चाहिए. साथ ही समिति ने इसके प्रतिवाद में आगामी एक मार्च, जिस दिन से अपाेलो अस्पताल शुरू होगा, उस दिन राउरकेला बंद का आह्वान किया है. शनिवार को हुई प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी गयी.
क्यों कर रहे हैं बंद का आह्वान
समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राउरकेला के आइजीएच में सुंदरगढ़ जिले और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा की. उन्होंने एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण करके अपना वादा निभाया, लेकिन राउरकेला में आम करदाता से 400 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल तो बनाया गया, लेकिन मेडिकल कॉलेज पूरा नहीं हो सका. बाद में अस्पताल को तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा जनता को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए लोकार्पित किया गया था.
नागरिक समिति कर रही है कड़ी सुरक्षा की मांग
पर इसके प्रबंधन के लिए इस्पात ट्रस्ट नाम की एक समिति बनायी गयी, जिसमें राउरकेला स्टील प्लांट के अधिकारी शामिल थे. अब अचानक अरबों की लागत से बने अस्पताल को अपोलो जैसे कॉर्पोरेट निकाय को सौंप दिया गया है. जहां पर आम जनता को सुविधाजनक व सस्ता इलाज मिलने की संभावना नहीं है. इस्पात ट्रस्ट ने अपोलो के साथ जो अनुबंध किया है, उसमें किसी जनहित का जिक्र नहीं है. राउरकेला नागरिक सुरक्षा समिति ने इसका कड़ा विरोध किया है. समिति की मांग है कि इस अस्पताल को एम्स द्वारा चलाया जाना चाहिए. लेकिन, इसे कॉर्पोरेट अस्पताल को देने से लाखों लोग स्वास्थ्य देखभाल से वंचित रह जायेंगे. समिति ने इसे राउरकेला के लोगों के प्रति विश्वासघात करार दिया है. इसके विरोध में एक मार्च को बंद का आह्वान किया गया है.
आपातकालीन सेवाएं नहीं होंगी प्रभावित
नागरिक सुरक्षा समिति ने राउरकेला के लोगों के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ सभी से बंद में शामिल होने का अनुरोध किया है. इस बंद में दवा दुकान, अस्पताल, एंबुलेंस सेवा, दूध आपूर्ति, पानी, बिजली सेवा, छात्रों की परीक्षा जैसी सभी आपातकालीन सेवाओं को अलग रखा गया है. नागरिक सुरक्षा समिति ने आम जनता से सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे के बंद का समर्थन करने का अनुरोध किया है. प्रेसवार्ता में समिति के प्रमुख सदस्य विष्णु महंती, हरिहर राउतराय, अभय दास, संजीव मोहंती, सुरेश माझी, अनुरण दास, प्रशांत सेठी, प्रमोद सामल, पशुपतिनाथ चटर्जी, अजीत नायक, श्रीमंत बेहरा, राज किशोर प्रधान, रमेश सेठी, सुरेंद्र दास, सुकांत खुंटिया, मधु महापात्र, सुशांत सुतार, बीपी महापात्रा, विष्णु पंडा आदि थे.