बिहार में मुख्यमंत्री(CM Nitish Kumar) के ड्रीम प्रोजेक्ट नल जल योजना (nal jal yojna bihar) का काम चल रहा है. वहीं कई जगहों से इसमें लापरवाही की शिकायतें भी आ रही हैं. जिसके बाद इसपर निगरानी और कार्रवाई तेज हो गई है. इस योजना में लापरवाही व धांधली करने वालों की मुश्किलें रोजाना बढ़ती जा रही हैं. जिसके तहत इस योजना के नाम पर रिश्वत लेते हुए बेगूसराय जिले के एक मुखिया और उपमुखिया को रंगेहाथों दबोचा गया और जेल भेज दिया गया है.
हर घर नल का जल पहुंचाने के नाम पर दस हजार रुपये घूस लेने वाले बेगूसराय जिले के मायदा पंचायत के मुखिया मनोज चौधरी और उप मुखिया कन्हैया कुमार को जेल भेज दिया गया. निगरानी की विशेष अदालत में दोनों को बेगूसराय से पहुंची निगरानी की टीम ने प्रस्तुत किया. न्यायाधीश ने दोनों को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया.
मुखिया और उप मुखिया पर आरोप था कि हाजीपुर के पिपरा गांव के वार्ड के लोगों से 10 हजार रुपये हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए रिश्वत मांगी गयी थी. उसके बाद परवेज आलम ने इसकी सूचना निगरानी विभाग को दी थी. निगरानी टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घूस लेते दोनों आरोपितों को दबोच लिया था. टीम का नेतृत्व विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार मउआर कर रहे थे.
बता दें कि सीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट में लापरवाही व धांधली (nal jal yojna bihar complaint) करने वालों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. ‘हर जल घर का नल’ योजना में लगातार अनियमितताएं (nal jal yojna complaint bihar) सामने आने के बाद अब बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू हो गई है. हाल में ही प्रदेश के 373 मुखिया पर FIR भी दर्ज किया गया है.
Posted By :Thakur Shaktilochan