कोलकाता : नंदीग्राम में बंगाल चुनाव 2021 की बिसात बिछ चुकी है. किसानों के आंदोलन का केंद्र रहे नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं, तो उनके खिलाफ उनके ही वफादार रहे शुभेंदु अधिकारी अब भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर दहाड़ रहे हैं. मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए संयुक्त मोर्चा के प्रमुख घटक दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मीनाक्षी मुखर्जी को मैदान में उतार दिया है.
ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने की वजह से नंदीग्राम सीट पर सब की नजरें हैं. इस हाई-प्रोफाइल सीट पर एक अप्रैल को वोट डाले जायेंगे. पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होना है. अटकलें थीं कि इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के नेता और मुस्लिम धर्मगुरु अब्बास सिद्दीकी नंदीग्रास सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन यह सीट वाम मोर्चा के हिस्से में आ गयी. वाम मोर्चा ने डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की पश्चिम बंगाल इकाई की प्रमुख मीनाक्षी मुखर्जी को नंदीग्राम सीट से उम्मीदवार बनाया.
नंदीग्राम सीट से वाम मोर्चा का उम्मीदवार जीतता था, लेकिन वर्ष 2011 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने यह सीट उससे छीन ली थी. वर्ष 2016 के चुनाव में भी टीएमसी के टिकट पर शुभेंदु अधिकारी ने जीत हासिल की थी. वर्ष 2016 के चुनाव में भाकपा के उम्मीदवार को 26.70 प्रतिशत वोट मिले थे और वह दूसरे स्थान पर रहे थे. भाजपा के प्रत्याशी को मात्र 5.40 फीसदी ही मत हासिल हुए थे.
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शुभेंदु अधिकारी को 67.20 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे. श्री अधिकारी इस बार नंदीग्राम सीट से भाजपा के टिकट पर चुनावी रण में उतर रहे हैं. ममता बनर्जी ने नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि शुभेंदु 12 मार्च को अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे. इससे पहले कथित हमले में राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सबसे बड़ी ममता बनर्जी के चोटिल होने के बाद राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है.
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Posted By : Mithilesh Jha