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धनबाद IIT-ISM को 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा : नरेश कुमार वशिष्ठ

धनबाद IIT-ISM संंस्थान के स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान ओमिमैक्स के सीइओ नरेश कुमार वशिष्ठ ने 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. इसके तहत आइआइटी आइएसएम में हाइड्रोजन व कार्बन कैप्चर में शोध के लिए सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 10, 2022 12:26 PM

Dhanbad News: अमेरिका में पेट्रोलियम क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनी ओमिमैक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) नरेश कुमार वशिष्ठ ने धनबाद के आइआइटी आइएसएम को 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. आइएसएम की पेट्रोलियम इंजीनियरिंग ब्रांच से 1967 बैच के पासआउट छात्र श्री वशिष्ठ शुक्रवार को संंस्थान के स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे. नरेश कुमार वशिष्ठ द्वारा प्रदान किये गये 10 करोड़ रुपये से आइआइटी आइएसएम में हाइड्रोजन व कार्बन कैप्चर में शोध के लिए सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना की जायेगी. अमेरिका से अपने ऑनलाइन संबोधन में उन्होंने कहा कि साल 1926 में आइआइटी आइएसएम की स्थापना अर्थ साइंस की पढ़ाई के लिए हुई थी.

नरेश वशिष्ठ के नाम पर चल रहा इनोवेशन सेंटर

श्री वशिष्ठ ने कहा कि वह हर जरूरत के समय सहयोग के लिए तैयार रहते हैं. बताते चलें कि नरेश कुमार वशिष्ठ की मदद से संस्थान में पहले ही उनके नाम पर नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन सेंटर संचालित किया जा रहा है. श्री वशिष्ठ ने इस सेंटर की स्थापना के लिए वर्ष 2019 में आठ करोड़ रुपये डोनेट किये थे.

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नोबेल पुरस्कार के लिए संस्थान से जल्द कोई चुना जायेगा

मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि यहां के शिक्षकों व रिसर्च स्कॉलरों ने उत्कृष्ट रिसर्च के बल पर विश्व के टॉप संस्थानों और वैज्ञानिकों में अपनी जगह बनायी है. अब वह उम्मीद करते हैं कि जल्द ही यहां का कोई शिक्षक नोबेल पुरस्कार के लिए चुना जाये. नरेश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि संस्थान रूपी फैक्ट्री के प्रोडक्ट उसके छात्र होते हैं. यहां से हमेशा ऐसे मेधावी ग्रेजुएट पैदा होते रहें, जो देश-विदेश में संस्थान का नाम रोशन करें.

  • अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी ओमिमैक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं वशिष्ठ

  • पेट्रोलियम इंजीनियरिंग ब्रांच के 1967 बैच के रहे हैं छात्र

  • संस्थान के 97वें स्थापना दिवस समारोह में ऑनलाइन की घोषणा

  • हाइड्रोजन व कार्बन कैप्चर के क्षेत्र में शोध के लिए सीक्वेस्ट्रेशन सेंटर की होगी स्थापना

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