राष्ट्रीय हथकरघा दिवस :आधुनिक उपभोक्ताओं की पसंद और जरुरतों के अनुरूप साड़ी बनाना टी.जे. सारीज का मिशन

स्थानीय कारीगर साथ मिलकर काम करते हैं और खूबसूरत साड़ियां बनाते हैं. सिल्क और कॉटन जैसे कच्चे माल को बुनकर परिवारों में वितरित किया जाता है. यह परिवार अपने घरों में ही इन साड़ियों को बहुत ही कुशलतापूर्वक, सभी बारीकियों पर पूरा ध्यान देते हुए बुनते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2023 4:10 PM

कोलकाता , अमर शक्ति : पश्चिम बंगाल के एक सबसे पुराने जिले नादिया में स्थित टी.जे. सारीज स्थानीय बुनकरों का एक समुदाय है, जो उनकी खास, हाथों से बनाई जाने वाली जामदानी और तांत साड़ियों के लिए मशहूर है. हैंडलूम साड़ियों में निपुण टी.जे. सारीज में 500 स्थानीय कारीगर, बुनकर और 100 स्थानीय डिजाइनर हैं. यह सब साथ मिलकर काम करते हैं और खूबसूरत साड़ियां बनाते हैं. सिल्क और कॉटन जैसे कच्चे माल को बुनकर परिवारों में वितरित किया जाता है. यह परिवार अपने घरों में ही इन साड़ियों को बहुत ही कुशलतापूर्वक, सभी बारीकियों पर पूरा ध्यान देते हुए बुनते हैं.

भारतीय कलाएं डिजिटल युग में भी लोगों की पसंद

आधुनिक दुनिया की मांगों के अनुरूप बने रहते हुए पारंपरिक हैंडलूम्स को जीवित रखने की टी.जे. सारीज की प्रतिबद्धता ने उन्हें अमेजन कारीगर का एक पसंदीदा ब्रांड बनाया है. उनकी हैंडलूम साड़ियों में न केवल कुशल बुनकरों के कला-कौशल दिखाई देते हैं बल्कि संस्कृति और नवाचार का मिलाप भी दर्शाया जाता है. डिजिटल मार्केटप्लेस में लगातार आगे बढ़ते हुए टी.जे. सारीज स्थानीय कारीगरों के लिए एक प्रेरणा बना हुआ है. उन्होंने साबित कर दिखाया है कि सदियों से चली आ रही भारतीय कलाएं भी आज के डिजिटल युग में दुनिया भर में सफलता और लोकप्रियता हासिल कर सकती हैं.

Also Read: बेहला में छात्र की मौत से नाराज हैं ममता बनर्जी, मुख्य सचिव को कहा जानें कैसे हुआ ऐसा
टी.जे. सारीज़ के सीईओ श्री. तन्मोय जोर्डेर ने कहा कि गेम-चेंजर साबित हुआ

टी.जे. सारीज़ के सीईओ श्री. तन्मोय जोर्डेर ने बताया कि स्थानीय कारीगरों को सक्षम बनाने कर हमने अपने सफर को आगे बढ़ाया. उनका कहना था कि अमेजन कारीगर के साथ हम सितंबर 2016 में जुड़े और तब से लेकर आज तक यह हमारे लिए एक गेम-चेंजर साबित हुआ है. अमेजन कारीगर प्रोग्राम ने हमें हमारे उत्पादों को देश भर में मार्केट करने में मदद की. शुरूआत में हमने हैंडलूम साड़ियों पर ध्यान केंद्रित किया. इस प्लेटफार्म के जरिए ऑनलाइन बिक्री से हमें मार्केट ट्रेंड्स और स्थान आधारित बिक्री के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली. यह हमारे बिजनेस के लिए एक टर्निंग पॉइंट बना और अब टी.जे. सारीज कई अलग-अलग शहरों के उपभोक्ताओं तक जा पहुंचा है. अमेजन पर अपनी दुकान बनाने के बाद हमारे बिजनेस में 30% से 40% की वृद्धि हुई है.

Also Read: ममता का आरोप : केंद्र ने छुपाया है 152 लाख करोड़ का हिसाब, 6 अगस्त को भाजपा की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन
आधुनिक उपभोक्ताओं की पसंद और जरुरतों के अनुरूप साड़ी बनाना हमारा मिशन

हम मुख्य रूप से जामदानी, तांत और अन्य हैंडलूम साड़ियां बनाने में माहिर हैं. इन अनोखे पारंपरिक हैंडलूम्स को बढ़ावा देना और उन्हें भारत और विदेशों के आधुनिक उपभोक्ताओं की पसंद और जरुरतों के अनुरूप बनाना हमारा मिशन है. हमारे उत्पादों में नवाचार लाने और उन्हें आज के दौर के अनुरूप बनाने के लिए, साथ ही उनके सांस्कृतिक महत्त्व को जीवित रखने के लिए हम लगातार प्रयासशील हैं. अमेजन के साथ काम करना हमारे बिजनेस के लिए वरदान साबित हुआ है. बुनकरों की हमारी कोर टीम वही है लेकिन बिजनेस में काफी अच्छी वृद्धि हुई है. कारीगर प्रोग्राम लॉजिस्टिक्स, डिलीवरी, मार्केटिंग और ऑपरेशन्स संभालता है, जिससे हम हमारी कला-कुशलताओं को सुधारने और परिपूर्ण करने पर पूरा ध्यान जुटा सकते हैं.

Also Read: पार्थ चटर्जी का दावा, ‘बिना मुकदमा चलाए एक साल तक जेल में रखा’
उपभोक्ताओं से मिली खूब सराहना

हमें हमारे उपभोक्ताओं से खूब सराहना मिली है. कारीगर के साथ, हमारे उत्पाद देश भर के लोगों तक पहुंच रहे हैं. उन्हें स्थानीय हैंडलूम उत्पाद खरीदने के लिए लंबी यात्रा करने या बहुत ज़्यादा खर्च करने की अब ज़रूरत नहीं है. हमें मिल रहा फीडबैक हमें हमारे उत्पादों में लगातार सुधार लाने और उपभोक्ताओं की उम्मीदों से भी बढ़कर काम करने के लिए प्रेरित करता है. परंपरा से जुड़े रहना या उसे जीवित रखने का मतलब बदलाव को अस्वीकार करना नहीं है. हमारा मिशन है हमारी समृद्ध भारतीय विरासत को बढ़ावा देना और उसे आधुनिक दुनिया के लिए अनुकूल बनाना है. इस मिशन को पूरा करने के लिए हम ट्रेंड्स की पूरी जानकारी रखते हैं और उपभोक्ताओं की पसंद, प्राथमिकताओं पर हमारी पैनी नजर होती है. हमारे निष्कर्षों और परिणामों के आधार पर हम हमारे उत्पादों में बदलाव लाते हैं, परंपराओं और आधुनिक अपील में बेहतरीन संतुलन बनाए रखते हैं.

Also Read: बेहला में छात्र की मौत से नाराज हैं ममता बनर्जी, मुख्य सचिव को कहा जानें कैसे हुआ ऐसा

Next Article

Exit mobile version