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स्वतंत्रता दिवस पर बोले ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक – समाज के सभी वर्गों का विकास ही वास्तविक विकास

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राजधानी भुवनेश्वर में स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य अब गरीबों, किसानों, महिलाओं, आदिवासियों, कलाकारों और युवाओं जैसे सभी वर्गों को साथ लेकर प्रगति की ओर बढ़ रहा है.

By Agency | August 15, 2023 4:47 PM
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ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को राज्य के नागरिकों से समाज के सभी वर्गों के समावेशी विकास के लिए सरकार के प्रयासों में सहयोग और समर्थन देने का आह्वान किया. पटनायक ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजधानी भुवनेश्वर के प्रदर्शनी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद जनता को संबोधित किया.

सभी वर्गों को साथ लेकर बढ़ रहा ओडिशा : नवीन पटनायक

उन्होंने कहा कि राज्य अब गरीबों, किसानों, महिलाओं, आदिवासियों, कलाकारों और युवाओं जैसे सभी वर्गों को साथ लेकर प्रगति की ओर बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि समाज के सभी वर्गों का विकास ही वास्तविक विकास है. उन्होंने कहा कि ओडिशा, परिवर्तन युग में पहुंच गया है और 5T पहल लागू किए जाने के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, बुनियादी ढांचे और अन्य क्षेत्रों में बड़े सकारात्मक बदलाव सामने आ रहे हैं.

ओडिशा में युवाओं के लिए पैदा हो रहे रोजगार के अवसर

ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने आगे कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में राज्य के परिवर्तनकारी उपायों ने गरीब, मध्यम वर्ग और अमीर सहित सभी को लाभ पहुंचाया है. राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होने और गरीबी में गिरावट दर्ज किए जाने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लाखों रुपये का निवेश आ रहा है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं.

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ओडिशा के लोगों को मिलेगा इन योजनाओं का लाभ

नवीन पटनायक ने कहा कि राज्य की 4,373 बैंक रहित पंचायतों में सरकार ने बैंकिंग सेवा केंद्र खोलने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि अब ओडिशा के हर ग्राम पंचायत में रहने वाले व्यक्ति की बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच होगी. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं और शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति इस पहल के प्रमुख लाभार्थी होंगे.

केंद्रपाड़ा ने गांधी की ऐतिहासिक पदयात्रा को किया याद

दूसरी तरफ, स्वतंत्रता दिवस पर ओडिशा के लोगों ने महात्मा गांधी की ऐतिहासिक पदयात्रा को याद किया. नौ दशक पहले बापू ने तटीय जिले केंद्रपाड़ा समेत राज्य के कई हिस्सों में पैदल यात्रा की थी. केंद्रपाड़ा के एक शोधार्थी डॉ बासुदेब दास ने बताया कि अस्पृश्यता के खिलाफ संदेश देने के लिए राष्ट्रपिता ने 1934 में पदयात्रा के दौरान कुछ गांवों में दलितों को मंदिरों में प्रवेश करने की अनुमति दी थी.

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पत्थर पर बैठक महात्मा गांधी ने किया था स्नान

डॉ बासुदेब दास ने कहा, ‘बापू की पदयात्रा देश के स्वतंत्रता संग्राम में सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक थी.’ इस पदयात्रा के दौरान महात्मा गांधी ने केंद्रपाड़ा जिले में चार दिन बिताए थे और विभिन्न स्थानों का दौरा किया था. गांधी ने 30 मई 1934 को धुमत गांव में एक पत्थर पर बैठकर स्नान किया था. गांववासी उनके लिए नजदीकी नदी से बाल्टियों में पानी भरकर लाए थे. जिस पत्थर पर बैठकर उन्होंने स्नान किया था, उसे ‘गांधी शिला’ के नाम से जाना जाता है और वहां उनकी एक आवक्ष प्रतिमा भी स्थापित है.

गांधी शिला की पूजा करते हैं केंद्रपाड़ा के लोग

धुमत गांव की कॉलेज छात्रा अनुराधा मोहंती ने कहा, ‘न तो मैंने और न ही मेरे पिता ने महात्मा गांधी को देखा था, लेकिन हम गांधी शिला की पूजा करते हैं. मेरे दादा मुझे बताते थे कि गांधी जी कैसे हमारे इलाके में आए थे और स्थानीय लोगों के बीच उन्होंने स्वतंत्रता की भावना जगायी थी.’ पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत हरेकृष्ण महताब की पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ ओडिशा’ में राज्य में गांधी की पदयात्रा का विवरण दिया गया है.

गांधी की ऐतिहासिक पदयात्रा का केंद्रपाड़ा मनाता है जश्न

केंद्रपाड़ा शहर के 30 वर्षीय पेशेवर मनाबेश राउत ने कहा, ‘जिन लोगों ने यात्रा में भाग लिया या उसे देखा, वे बापू के व्यक्तित्व के बारे में बताने के लिए जीवित नहीं हैं. लेकिन उस महान व्यक्ति ने केंद्रपाड़ा की धरती पर अपने कदम रखे थे, यह बात हमें गौरवान्वित करती है.’ महात्मा गांधी की 1934 में ऐतिहासिक पदयात्रा का जश्न मनाने के लिए केंद्रपाड़ा शहर के तिनीमुहानी चौक पर हाल में महात्मा गांधी के साथ अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमा का अनावरण किया गया.

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