चाईबासा: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा में आईईडी ब्लास्ट में शुक्रवार को सीआरपीएफ के अफसर समेत तीन जवान घायल हो गए थे. गंभीर रूप से घायल सीआरपीएफ के जवान संतोष उरांव शहीद हो गए थे. सीआरपीएफ के अधिकारी एजेतो तिने व एक जवान जयंता नाथ की हालत गंभीर है. इनका इलाज चल रहा है. जयंता नाथ को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स रेफर किया गया है. गोइलकेरा थाना क्षेत्र के हाथीबेड़ा में आईईडी ब्लास्ट हुआ था, जिसमें जंगल में नक्सल अभियान पर निकले अफसर समेत तीन जवान आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गए थे. पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक ने इसकी पुष्टि की थी. आपको बता दें कि शहीद जवान संतोष उरांव गुमला के बेटे थे. उनके दो छोटे-छोटे बच्चे सिद्धार्थ भगत (8 वर्ष) व आदित्य भगत (5 वर्ष) हैं. पत्नी फूलसुंदरी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना की जानकारी जैसे ही मिली संतोष के परिजन पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचने लगे. गांव में शोक की लहर है.
नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे सुरक्षा बलों के जवान
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में शुक्रवार को आईईडी ब्लास्ट हुआ था. इसमें नक्सल ऑपरेशन में निकले सीआरपीएफ के अफसर समेत तीन जवान चपेट में आ गए थे. गंभीर रूप से घायल सीआरपीएफ कांस्टेबल संतोष उरांव शहीद हो गए थे. कांस्टेबल जयंता नाथ को चाईबासा में भर्ती कराया गया है, जबकि अफसर एजेतो तिने को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया, जहां इनका इलाज चल रहा है. जयंता नाथ को बेहतर इलाज के लिए आज शनिवार को दिल्ली एम्स रेफर किया गया.
नक्सल अभियान चला रहे सुरक्षाबलों के जवान
सीआरपीएफ-60वीं बटालियन के एक अधिकारी सहित तीन जवान आईईडी ब्लास्ट में बुरी तरह से घायल हो गए थे. इनमें कांस्टेबल संतोष उरांव शहीद हो गए, जबकि घायलों में बटालियन के सेकंड इन कमांड एजेतो तिने और कांस्टेबल जयंता नाथ शामिल हैं. इनका इलाज चल रहा है. पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षाबलों के जवान नक्सल अभियान चला रहे हैं और उन्हें लगातार सफलता भी मिल रही है. अब तक पुलिस के जवान कई आईईडी बम बरामद कर चुके हैं. नक्सली लगातार सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी बम जंगल में लगाते रहे हैं. कई बार ग्रामीण भी इसकी चपेट में आ चुके हैं. नक्सली जंगल में आईईडी बिछाकर पुलिस को नुकसान पहुंचाने से बाज नहीं आ रहे हैं.
गुमला के बेटे संतोष उरांव आईईडी ब्लास्ट में शहीद
गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के तुरियाडीह गांव के सीआरपीएफ जवान संतोष उरांव आईईडी ब्लास्ट में शहीद हो गए हैं. आपको बता दें कि चाईबासा जिले के गोईलकेरा हाथीबुरु जंगल में सर्च अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान आईईडी ब्लास्ट हुआ. इसमें गुमला जिले के घाघरा प्रखंड अंतर्गत तुरियाडीह निवासी संतोष गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद एयरलिफ्ट कर उन्हें रांची लाया गया था, जहां इलाज के दौरान संतोष शहीद हो गए. संतोष के दो छोटे-छोटे बच्चे सिद्धार्थ भगत (8 वर्ष) व आदित्य भगत (5 वर्ष) हैं. पत्नी फूलसुंदरी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना की जानकारी जैसे ही मिली संतोष के परिजन पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचने लगे. गांव में शोक की लहर है.
Also Read: मनिका विधायक रामचंद्र सिंह चुने गए उत्कृष्ट विधायक, झारखंड विधानसभा स्थापना दिवस पर होंगे सम्मानित