Jharkhand naxalities News: पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चल रही अभियान में रविवार को एक और सफलता मिली है. पुलिस ने नक्सली कैंप ध्वस्त कर राशन सामग्री समेत कई अन्य समान बरामद किया है. हालांकि, पुलिस को देखकर नक्सली पहले ही कैंप छोड़कर फरार हो गए थे. इस संबंध में पश्चिमी सिंहभूम जिला का एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
भाकपा माओवादी के आने की मिली थी सूचना
एसपी ने कहा कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के चमन उर्फ लंबू, अमित मुंडा, सालूका कायम, प्रभात मुंडा उर्फ मुखिया अपने दस्ता के साथ चाईबासा-सरायकेला एवं खूंटी जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में भ्रमणशील है. वहीं, सुरक्षाबल भी नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है.
सुरक्षाबलों का संयुक्त अभियान
उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पश्चिम सिंहभूम के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र कराईकेला थानांतर्गत वनग्राम नवादा, उलीबेरा, सारूगोड़ा एवं गितिउली के सीमावर्ती जंगल क्षेत्रों में संयुक्त अभियान चलाया गया. अभियान के क्रम में रविवार की सुबह करीब सवा 10 बजे कराईकेला थानांतर्गत वनग्राम उलीबेरा और गितिउली जंगल के समीप पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा उस क्षेत्र में नक्सली होने की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस उस जगह तक पहुंची, लेकिन तब तक नक्सली को पुलिस के आने की भनक मिल चुकी थी. इस कारण वो लोग पका हुआ भोजन छोड़ कर भाग खड़े हुए. पुलिस ने नक्सली द्वारा बनाये गये नक्सली कैंप को ध्वस्त किया. वहीं, राशन समेत कई अन्य सामान को बरामद किया. एसपी ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ आगे भी अभियान जारी रहेगा.
नक्सलियों का सेफ जोन
मालूम हो कि नवादा क्षेत्र पूरे पश्चिम सिंहभूम जिले का घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. यह क्षेत्र सरायकेला-खरसावां, खूंटी और पश्चिम सिंहभूम जिले का बॉर्डर क्षेत्र है. जिस कारण नक्सली किसी भी घटना को अंजाम देकर इस क्षेत्र से दूसरे जिले में आसानी से चले जाते हैं. यह क्षेत्र पूरे घने पहाड़ के बीचो-बीच है. जिस कारण नक्सलियों का यह क्षेत्र सेफ जोन माना जाता है.
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राशन समेत कई सामान बरामद
इधर, सुरक्षाबलों ने नक्सली कैंप से करीब 30 किलोग्राम चावल व दाल, दैनिक उपयोग की अन्य वस्तुएं, प्लास्टिक का टेंट, दो जोड़े जूते, दो बैटरी, बिजली का तार, गैती, दो मशाल, थर्मस, बर्तन, मग समेत विभिन्न प्रकार की आवश्यक जीवनरक्षक दवाईएं बरामद की है. इस अभियान में चाईबासा पुलिस, झारखंड जगुआर, कोबरा 209 बटालियन, सीआरपीएफ 60 बटालियन के अलावा 112 , 157 और 193 बटालियन के जवान शामिल थे.