Jharkhand : नक्सली संगठन PLFI के लेटर से हजारीबाग में दहशत, सुरक्षा की कर रहे मांग, जांच में जुटी पुलिस
29 दिसंबर को पत्रकार शशि शेखर की मोबाइल दुकान पर अज्ञात लोगों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गयी थी. घटना के दौरान लोगों ने दुकान की दीवार पर पीएलएफआई के नाम से एक पर्चा चिपकाया था, जिसमें बाजार के व्यवसायियों से नक्सली संगठन को सहयोग करने की बात कही गयी थी.
चौपारण, अजय ठाकुर. हजारीबाग जिले के चौपारण में पत्रकार से लेकर व्यवसायी तक इन दिनों दहशत में हैं. करीब आधा दर्जन लोगों के मोबाइल (व्हाट्सएप) पर नक्सली संगठन पीएलएफआई के नाम से धमकी-भरा पत्र भेजा गया है. इतना ही नहीं, पत्र भेजने वाले ने अपने आप को पीएलएफआई का सदस्य बताकर लोगों से मोबाइल बातचीत भी की. उसने संगठन को सहयोग करने की बात कही, नहीं करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी. इससे लोगों में दहशत हैं. थाने में शिकायत के बाद पुलिस जांच में जुटी है.
राजेश गोप के नाम से जारी हुआ है पत्र
पीएलएफआई के स्टेट प्रभारी राजेश गोप के नाम से ये धमकी-भरा पत्र जारी किया गया है. जिनके मोबाइल पर धमकी-भरा पत्र आया है, उनमें से कुछ लोग थाना पहुंचे और पुलिस से शिकायत की है. जबकि कुछ लोग डर से थाना नहीं पहुंचे. थाना पहुंचे राज मार्बल टाइल्स व्यवसायी सिकंदर साव, सब्जी व्यवसायी कौलेश्वर साव, सुहाग स्टोर के धीरेंद्र केसरी एवं चौपारण के प्रसिद्ध विष्णु खीरमोहन दुकान के संचालक सह पत्रकार शंकर यादव ने पुलिस से पत्र भेजने वालों पर कार्रवाई एवं सुरक्षा की मांग की है.
धमकी-भरे पत्र से दहशत
29 दिसंबर को पत्रकार शशि शेखर की मोबाइल दुकान के शटर पर अज्ञात लोगों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गयी थी. घटना के दौरान लोगों ने दुकान की दीवार पर पीएलएफआई के नाम से एक पर्चा चिपकाया था, जिसमें बाजार के व्यवसायियों से संगठन को सहयोग करने की बात कही गयी थी. इस मामले का उद्भेदन हो भी नहीं सका था कि फिर संगठन ने एक बार धमकी-भरा पत्र लोगों को भेजा है. इससे चौपारण में दहशत है. हालांकि गोलीकांड में पुलिस तीन लोगों को पटना से गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
पुलिस कर रही जांच
चौपारण थाना प्रभारी शंभूनंद ईश्वर ने बताया कि मोबाइल पर धमकी-भरा पत्र भेजे जाने की शिकायत मिली है. मामले की छानबीन की जा रही है. जिस मोबाइल नंबर से पत्र भेजा गया है. उसकी जांच की जा रही है.