बिहार के इन इलाकों में हथियारबंद नक्सलियों के मारक दस्ता ने डाला डेरा, बड़ी साजिश की कर रहे तैयारी

नक्सलियों की हो रही गिरफ्तारी ने नक्सली संगठन की परेशानी बढ़ा दी है. वहीं बदले की भावना से ये नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने की नीयत से कुछ इलाकों में सक्रिय हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2022 3:55 PM

Munger News: अर्धसैनिक बल, एसटीएफ एवं जिला बल द्वारा लगातार संयुक्त कार्रवाई में नक्सलियों की हो रही गिरफ्तारी से नक्सली संगठन काफी परेशान है. इतना ही नहीं पिछले दिनों लखीसराय जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में साथियों की मौत से नक्सलियों में बौखलाहट बढ़ गयी है.

बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में

छिपाये गये सामान की पुलिस द्वारा बरामदगी से नक्सली संगठन खुद को कमजोर समझने लगा है. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में नक्सली खुद को साबित करने के लिए बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है. यही कारण है कि नक्सलियों का मारक दस्ता सरैला, हरदियाकुंड में डेरा डाले हुए है.

कुख्यात नक्सली डाले हैं डेरा, बड़ी साजिश की तैयारी

बताया जाता है कि इन दिनों कुख्यात नक्सली नेता प्रवेश दा, नारायण कोड़ा, सुरेश कोड़ा, बहादुर कोड़ा, नागेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा, बीडीओ कोड़ा, रंजू कोड़ा सहित तीन दर्जन से अधिक सशस्त्र महिला-पुरुष नक्सलियों का जत्था डेरा डाले हुए है. सभी धरहरा क्षेत्र के बिलोखर, बरमन्नी, बरमसिया, बांझी टांड़ के पहाड़ी-जंगली क्षेत्र स्थित सरला कुंड और हरदिया कुंड में डेरा डाल कर रह रहे.

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जो पूर्व में लड़ैयाटांड़ के एक नक्सली की हत्याकांड का बदला लेने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. मकसद है लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र में बड़ी वारदात को अंजाम देकर एक बार फिर क्षेत्र को अशांत कर अपनी दमदार उपस्थित दर्ज करा कर नक्सल तंत्र को मजबूत करना.

इन जगहों पर नक्सलियों की चहलकदमी

कहा जा रहा है कि इसके लिए नक्सली संबंधित क्षेत्र के सखौल, सतघरवा, न्यू पैसरा के रास्ते आते हैं और क्षेत्र की एक महिला सहयोगियों से संपर्क साध कर विभिन्न स्थानों की रेकी करते हैं. फिलहाल धरहरा, लड़ैयाटांड़ से लेकर शामपुर थाना क्षेत्र के बीच जंगल, पहाड़ और तराई गांवों में इनकी चहलकदमी देखी जा रही है.

लकड़हारों और ग्रामीणों से मंगाते हैं सामान

संबंधित क्षेत्र से जंगल में पशु चराने, चारा लाने, लकड़ी बिनने गए ग्रामीणों से ये नक्सली रोजमर्रा के समान और खास कर पीने का पानी मंगवाते हैं. दहशतजदा कुछ लकड़हारों और ग्रामीणों ने जंगल आना-जाना कम कर दिया है, तो कुछ ने डर कर आवागमन ही बंद कर दिया है.

कहते हैं पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि लगातार हो रही पुलिसिया कार्रवाई के कारण नक्सली पलायन कर गये है अथवा अंडर ग्राउंड हो गये हैं. हाल के दिनों में जहां कई नक्सलियों एवं उसको मदद पहुंचाने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. वहीं नक्सलियों के छिपाये गये सामान की भारी मात्रा में बरामदगी की गयी है. नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी.

स्थानीय अपराधियों से भी कर रहा संपर्क

पुलिस कार्रवाई से कमजोर हुए नक्सली अपने दस्ते को मजबूत करने के लिए पुलिस से भागे फिर रहे हैं व स्थानीय अपराधियों से भी संपर्क कर रहे हैं. ताकि इन अपराधियों के सहारे उन्हें भोजन-पानी के साथ ही अन्य तरह की मदद मुहैया हो और घटनाओं को अंजाम देने के समय उनकी भी मदद ली जाये.

विगत सप्ताह बरमसिया में हुए 20 वर्षीय युवक ब्रह्मदेव कुमार हत्याकांड में संलिप्त अपराधियों से भी नक्सलियों का संपर्क होने की संभावना जतायी जा रही है. हत्याकांड में नामजद सात आरोपितों में से एक गौतम कोड़ा है. जो नक्सली नेता नागेश्वर कोड़ा के गांव जतकुटिया का रहने वाला है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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