झारखंड के लातेहार में नक्सलियों का हमला, कर्मियों के साथ मारपीट, रेल लाइन का काम बंद करने की धमकी
पतरातू से सोननगर तक बन रही थर्ड रेल लाइन के निर्माण कार्य में लगी केइसी कंपनी के केंदुवाटांड़ स्थित साइट पर रविवार की रात उग्रवादियों ने हमला किया है. इस दौरान कुछ कर्मियों से नक्सलियों ने मारपीट भी की. उन्होंने काम बंद करने की धमकी दी.
चंदवा (लातेहार), सुमित कुमार. झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा में नक्सलियों ने रेल लाइन साइट पर रविवार की देर रात हमला कर दिया. इस दौरान नक्सलियों ने सभी कर्मियों को एक जगह पर जमा किया और काम बंद करने की धमकी दी. उन्होंने कर्मियों से कहा कि झारखंड प्रस्तुति कमेटी के टिंकू जी से बात किए बगैर काम नहीं करें. इस दौरान उग्रवादियों ने कुछ कर्मियों के साथ मारपीट भी की. जैसे ही सूचना मिली, पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली. अभी स्थिति सामान्य है.
रेल लाइन साइट पर नक्सलियों का हमला
पतरातू से सोननगर तक बन रही थर्ड रेल लाइन के निर्माण कार्य में लगी केइसी कंपनी के केंदुवाटांड़ स्थित साइट पर रविवार की रात उग्रवादियों ने हमला किया है. इस दौरान कुछ कर्मियों से नक्सलियों ने मारपीट भी की. उन्होंने काम बंद करने की धमकी दी. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. सोमवार को साइट पर स्थिति सामान्य थी. पहले की तरह काम हो रहा था.
काम बंद करने की धमकी, कर्मियों को पीटा
कर्मी संजय कुमार ने बताया कि रविवार की रात करीब 8:30 बजे दर्जनभर हथियारबंद लोग साइट पर पहुंचे. उन्होंने सभी कर्मियों को एक जगह जमा कर दिया और कहा कि वे झारखंड प्रस्तुति कमेटी (जेपीसी) नक्सली संगठन से हैं. संगठन के टिंकू जी से बगैर बात किए काम शुरू नहीं करें. काम बंद कर साइट से चले जाने की धमकी दी. जाते-जाते उन लोगों ने तीन-चार कर्मियों की पिटाई कर दी. एक वाहन का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया.
Also Read: Jharkhand: देवघर से रांची हवाई सेवा कब हो रही है शुरू, बुकिंग और किराया का ये है लेटेस्ट अपडेट
सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस
नक्सली कर्मियों से प्रोजेक्ट मैनेजर का नंबर मांग कर ले गए हैं. घटना के बाद रात में ही पुलिस घटनास्थल पहुंची थी. पूरे मामले की जानकारी ली. सोमवार की सुबह साइट पर स्थिति सामान्य थी. अन्य दिनों की तरह कामकाज हो रहा था.
Also Read: Jharkhand Crime News: सोना चोरी मामले में मुंबई पुलिस ने झारखंड के साहिबगंज से डालिम शेख को दबोचा