नक्सलियों के पुलिस को टारगेट कर विस्फोट करने की साजिश नाकाम, गढ़वा के बहेराटांड़ से टिफिन बम बरामद

jharkhand news: गढ़वा पुलिस ने नक्सलियों द्वारा बिछाये गये टिफिन बम को बरामद कर उसकी साजिश को नाकाम किया है. समय रहते बरामद इस टिफिन बम को डिफ्यूज किया गया. बम इतनी शक्तिशाली थी कि भंडरिया थाना क्षेत्र के बहेराटांड़ के आसपास भी जोरदार आवाज सुनायी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2022 8:29 PM

Jharkhand news: गणतंत्र दिवस के ठीक एक दिन पहले गढ़वा पुलिस को नक्सलियों की साजिश नाकाम करने में सफलता मिली है. जिले के नक्सल प्रभावित भंडरिया थाना क्षेत्र के बहेराटोली गांव से पुलिस ने टिफिन बम बरामद किया है. टिफिन बम बरामद किये जाने के बाद जवानों ने पूरे इलाके को सील कर तकनीकी टीम की मदद से उसे बाहर निकाला. इसके बाद वहीं पर नष्ट कर दिया. बम को डिफ्यूज करने के दौरान इतनी जोरदार आवाज हुई कि आसपास के इलाके में दहशत फैल गयी.

कच्ची सड़क में लगा रखा था बम

बताया जाता है कि पुलिस को उड़ाने की उद्देश्य से नक्सलियों ने बहेराटोली गांव की एक कच्ची सड़क में बम लगा रखा था. जानकारी के मुताबिक, गढ़वा पुलिस और CRPF-172 बटालियन इन दिनों नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चला रही है. इसी सर्च अभियान के दौरान पुलिस को कच्ची सड़क में लगाकर रखे गये बम पर नजर पड़ गयी. वहीं, बम होने की पुष्टि के बाद जवानों ने उसे डिफ्यूज कर दिया. बम की आवाज बहेराटोली गांव के आसपास भी सुनायी दी.

पुलिस ने समय रहते नक्सलियों के मंसूबों पर फेरा पानी

बताया जाता है कि नक्सली इन दिनों प्रतिरोध दिवस मना रहे हैं. यह इलाका माओवादियों का गढ़ कहे जानेवाले बुढ़ापहाड़ से काफी नजदीक है. इसी कारण पुलिस को नुकसान पहुंचाये जाने के उद्देश्य से नक्सलियों ने यह बम प्लांट किया था. जिसे समय रहते पुलिस ने नक्सलियों की इस साजिश को नाकाम कर दिया.

Also Read: झारखंड में बारूदी सुरंग विस्फोट कर पुलिस टीम पर हमला करने वाला भाकपा माओवादी मुन्ना नगेसिया गिरफ्तार
साल 2018 में 6 जवान हुए थे शहीद

मालूम हो कि इसके पूर्व माओवादियों के गढ़ के समीप खपरी महुआ में नक्सलियों द्वारा वर्ष 2018 में लैंड माइंस विस्फोट किया था. इस विस्फोट में 6 जवान शहीद हुए थे. वहीं, फरवरी 2020 में सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने कुल्ही गांव से 46 सीरीज IED बम बरामद किया था. जिसे तकनीकी टीम की मदद से डिफ्यूज किया गया था.

रिपोर्ट: मुकेश तिवारी/संतोष वर्मा, गढ़वा.

Next Article

Exit mobile version