कोरोना के खौफ से सहमा नक्सली संगठन, पर्चा जारी कर कहा- नहीं करेंगे कोई हमला
कोरोनावायरस का खौफ अब नक्सलियों को भी सताने लगा है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ में सीपीआई माओवादी संगठन ने सरकार से हमला न करने की अपील की है. साथ ही कहा है कि वे भी कोरोनावायरस के दौरान सेना और पुलिस पर हमला नहीं करेंगे.
रायपुर : कोरोनावायरस का खौफ अब नक्सलियों को भी सताने लगा है, जिसके बाद छत्तीसगढ़ में सीपीआई माओवादी संगठन ने सरकार से हमला न करने की अपील की है. साथ ही कहा है कि वे भी कोरोनावायरस के दौरान सेना और पुलिस पर हमला नहीं करेंगे.
सीपीआई (माओवादी) संगठन नामक नक्सली संगठन ने अपने लेटर हेड पर एक बयान जारी किया है. यह बयान नक्सलियों की ओर से मलकानगिरी, कोरापुट, विशाखापटनम बॉर्डर डिवीजनल कमेटी के सचिव कैलाशम ने तेलुगू में यह पर्चा जारी किया है. हाथ से लिखे इस पर्चे में लिखा है कि कोरोना के खतरे से पूरी दुनिया लड़ रही है.
पर्चे के अनुसार कोरोनावायरस के कहर को देखते हुए संगठन आने वाले दिनों में किसी पर भी हमला नहीं करेगा और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी रणनिती बनायेगा.
पांच दिन का वक्त– मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संगठन ने सरकार को इस प्रस्ताव को मानने के लिए पांच दिनों का वक्त दिया है. लैटर पर लिखा है कि हम केन्द्र सरकार और राज्य सरकार को इस विपदके लिए पांच दिनों का वक्त देते हैं, अगर हमारा प्रस्ताव नहीं माना जाता है तो हम आगे की रणनीति बनायेगें. वहीं प्रस्ताव में कहा गया है कि सेना शांति के दौरान हमला किया तो फिर करारा जवाब दिया जायेगा.
कोरोना से बचने का उपाय बताया– नक्सलियों ने लेटर हेड वाले पर्चे में लोगों से अपील की है कि वे बार-बार हाथ धोते रहें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. गर्म पानी पीयें और सर्दी-खांसी, बुखार होने पर सावाधानी बरतें. पर्चे में कहा गया है कि यह खतरनाक बीमारी भारत में उद्योगपति लेकर आये हैं. इसलिए इससे बचें.
लॉकडाउन का उठा रहे लाभ- बस्तर के आई पी सुंदरराज ने एक अखबार को बताया कि नक्सली लॉकडाउन का फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन होने के बाद कई बड़े कैडर के नक्सली खुद को आइसोलेट कर लिया है और छोटे नक्सलियों को गांवों में भेजकर भड़का रहे हैं.