बंगाल में आत्महत्या का ग्राफ साल दर साल कम होते जा रहा है. एनसीआरबी की रिपोर्ट में जारी आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2021 में राज्य में 13 हजार 500 आत्महत्याओं के मामले दर्ज किये गये थे. वर्ष 2022 में ये मामले घटकर 12 हजार 669 हो गये. इनमें से 283 घटनाएं कोलकाता मे हुई थीं, जबकि वर्ष 2021 में महानगर में 413 आत्महत्या के मामले सामने आये थे. आत्महत्या के मामलों पर नकेल कसने के लिए कोलकाता पुलिस की ओर से शहर के सभी स्थानीय थाना द्वारा कम्युनिटी गैदरिंग कर लोगों को अवसाद एवं मानसिक रूप से परेशानी की स्थिति में फौरन पुलिस से संपर्क किये जाने की सलाह दी गयी थी.
इसके साथ ही पुलिस द्वारा एक विशेष हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया था. इसके अलावा सोशल मीडिया पर ऐसी खबर सामने आने के साथ ही कोलकाता पुलिस की टीम ने क्विक रिस्पॉन्स कर फौरन इस तरह की घटनाओं को रोक कई लोगों की जान बचायी है. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में प्रेम की वजह से आत्महत्या करने वालों की संख्या 7437 है. इनमें पुरुषों की संख्या अधिक है. देश भर में 4632 पुरुषों और 2805 महिलाओं ने आत्महत्या की. प्रेम में अस्वीकृति सहन न कर पाने के कारण बंगाल में 753 लोगों ने आत्महत्या की, जिनमें 420 पुरुषों और 333 महिलाएं शामिल हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक महानगर में महिलाएं की तुलना में पुरुष ज्यादा भावुक हैं. कोलकाता में प्रेम घटित 11 आत्महत्या की घटनाएं दर्ज की गई. इनमें 5 पुरुष और 6 महिलाएं हैं. वहीं तलाक की वजह से 26 लोगों ने आत्महत्या की. जिनमें 21 पुरुष और 5 महिलाएं हैं. विवाहेतर संबंधों के कारण पिछले साल कुल 151 लोगों ने आत्महत्या की थी. इनमें 102 पुरुष और 49 महिलाएं शामिल हैं. वहीं आठ लोगों ने इस संदेह में आत्महत्या कर ली कि उनके पति या पत्नी का किसी अन्य के साथ संबंध है.
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