NDRF की टीम ने किरीबुरु में खदान सुरक्षा के दिये कई टिप्स, जानमाल और संसाधनों के बचाव के बताये उपाय
Jharkhand News, Kiriburu News, किरीबुरु (पश्चिमी सिंहभूम) : NDRF की टीम द्वारा सारंडा या सेल की उक्त नगरी में पहली बार ऐसा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसका लाभ भविष्य में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मिलेगा. प्राकृतिक आपदा के दौरान लोगों को सुरक्षित कैसे बाहर निकाला जाये तथा जान-माल की नुकसान कम से कम हो, इस संबंध में NDRF के सहायक कमांडेंट आलोक कुमार ने प्रोजेक्टर समेत अन्य माध्यमों से कई अहम जानकारी दी. NDRF के सहायक कमांडेंट आलोक कुमार ने कहा कि आपदा प्रबंधन की मुख्य कुंजी विकट परिस्थिति में बेहतर सोच, जागरूक एवं अच्छा व्यवहार है.
Jharkhand News, Kiriburu News, किरीबुरु (पश्चिमी सिंहभूम) : आरएमडी (सेल) की किरीबुरु (हिलटॉप) स्थित आरटीसी सभागार में NDRF की विशेष टीम ने सुरक्षा के मद्देनजर विशेष प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए. इस दौरान सेल की किरीबुरु, मेघाहातुबुरु, बोलानी के सुरक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों समेत खादान की सुरक्षा में तैनात CISF जवान एवं पदाधिकारियों को असमय आने वाली विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदा एवं उससे जुड़ी संकट से लोगों की जान-माल की नुकसान से बचाने संबंधी जानकारी दी.
NDRF की टीम द्वारा सारंडा या सेल की उक्त नगरी में पहली बार ऐसा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसका लाभ भविष्य में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मिलेगा. प्राकृतिक आपदा के दौरान लोगों को सुरक्षित कैसे बाहर निकाला जाये तथा जान-माल की नुकसान कम से कम हो, इस संबंध में NDRF के सहायक कमांडेंट आलोक कुमार ने प्रोजेक्टर समेत अन्य माध्यमों से कई अहम जानकारी दी. NDRF के सहायक कमांडेंट आलोक कुमार ने कहा कि आपदा प्रबंधन की मुख्य कुंजी विकट परिस्थिति में बेहतर सोच, जागरूक एवं अच्छा व्यवहार है.
कार्यक्रम में CISF के उप कमांडेंट मनजीत कुमार एवं किरीबुरू के महाप्रबंधक एसएस शाहा ने आपदा प्रबंधन की उपयोगिता एवं इससे जुड़ी प्रशिक्षण क्यों जरूरी है उस पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके जरिये सिर्फ अनमोल जीवन को ही नहीं बचाते हैं, बल्कि अन्य नुकसान को भी होने से बचाते हैं.
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कार्यक्रम का संचालन आरएमडी (सेल) के सुरक्षा पदाधिकारी श्याम उज्जवर मेद्दा द्वारा किया गया जबकि स्वागत भाषण महाप्रबंधक राम सिंह और धन्यवाद ज्ञापन एसके सिंह ने दिया. 24 मार्च को NDRF की टीम द्वारा किरीबुरु अथवा मेघाहातुबुरु खादान में से किसी विशेष स्थान का चयन किया जा रहा है जहां आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रील कर लोगों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि विकट परिस्थिति में कैसे कार्य करते हुए लोगों की जान-माल का नुकसान से बचाते हुए राहत पहुंचाया जा सके.
Posted By : Samir Ranjan.