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Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा ने सुनायी अपनी कहानी, खुद की जुबानी, गोल्डन ब्वॉय का नया वीडियो वायरल

नीरज चोपड़ा ने अपने 8.42 मिनट के वीडियो में बताया कि कैसे हरियाणा के पानीपत शहर के एक छोटे से गांव खांद्रा से निकलकर उन्होंने ओलंपिक में भारत का नाम रोशन किया.

टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें नीरज खुद अपनी कहानी बताते नजर आ रहे हैं. वीडियो में उन्होंने अपने बचपन से लेकर ओलंपिक सफर को बताया है. वीडियो 3 घंटे में लाखों लोगों ने देख लिया है और लाइक किया है.

नीरज चोपड़ा ने बताया कैसे एक छोटे से गांव से निकलकर उन्हें ओलंपिक में देश का परचम लहराया

नीरज चोपड़ा ने अपने 8.42 मिनट के वीडियो में बताया कि कैसे हरियाणा के पानीपत शहर के एक छोटे से गांव खांद्रा से निकलकर उन्होंने ओलंपिक में भारत का नाम रोशन किया. वीडियो की शुरुआत टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने की कमेंट्री से होती है. उसके बाद नीरज चोपड़ा अपना परिचय देते हैं.

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बचपन में क्रिकेट और बॉलीबॉल खेलते थे नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा ने वीडियो में बताया कि उनके गांव में खेल का कोई माहौल नहीं था, इसलिए वो बचपन में क्रिकेट और वॉलीबॉल खेल लिया करते थे. लेकिन 2010 में पहली बार वो गांव से निकलकर स्टेडियम पहुंचे. लेकिन उस समय उनके मन में एक ही सवाल चल र था कि आखिरी वो कर क्या रहे हैं. नीरज ने बताया कि उस समय उन्हें परिवार का पूरा साथ मिला.

बचपन में काफी शरारती थे नीरज चोपड़ा

नीरज चोपड़ा बपचन में काफी शरारती थे. नीरज के चाचा सुरेंद्र कुमार और भीम चोपड़ा ने बताया कि नीरज चोपड़ा खेल-खेल में भैसों की पूंछ आपस में बांध दिया करते थे. इसके अलावा चारा काटने की मशीन में भी कुछ शरारते कर दिया करते थे.

दोस्तों ने नीरज चोपड़ा को भाला फेंक के लिए किया प्रेरित

नीरज चोपड़ा ने बताया, जब वो स्टेडियम में गये तो उनके दोस्तों ने उन्हें भाला फेंक की पहली ट्रेनिंग दी. अभ्यास के 15 दिनों में ही नीरज ने 40 मीटर थ्रो करके दिखाया था. उसे बाद से ही उनके सफर की शुरुआत हुई.

नीरज चोपड़ा का करियर

नीरज चोपड़ा ने अपने करियर के बारे में बताया. सबसे पहले 2012 में अंडर 16 में पहला नेशनल खेला, जिसमें 68.46 मीटर थ्रो कर रिकॉर्ड बनाया था. उसके बाद 2013 में यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में 66.75 का थ्रो किया था. 2014 जूनियर नेशनल में 75.50 का थ्रो किया था. 2015 में इंटर स्टेट में 79.33 मीटर थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था. 2016 साउथ एशियन गेम में 82.23 मीटर का थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता. 2017 में एशियन चैंपियनशिप में 85.23 मीटर थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता. 2018 में कॉमन वेल्थ गेम्स में 86.41 मीटर थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था. फिर एशियन गेम्स में 88.06 मीटर थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था.

चोट के कारण पूरी तरह से टूट चूके थे नीरज चोपड़ा, परिवार ने संभाला

नीरज चोपड़ा ने अपने वीडियो में बताया कि 2018 के बाद वो पूरी तरह से खेल से दूर हो चुके थे. चोट की वजह से उनका करियर खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका था. लेकिन उन्होंने फिर से खड़े होने में उनके परिवार वालों का पूरा सहयोग रहा.

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