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नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और 90 मीटर का रखा लक्ष्य, ओलंपिक तक फिटनेस बनाये रखना चुनौती

भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने का लक्ष्य रखा है. साथ ही वह 90 मीटर तक भाला फेंकने का भी लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. इन सब के बीच 2024 में होने वाले ओलंपिक तक अपनी फिटनेस बनाये रखना उनकी प्राथमिकता है.

तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 तक अपनी फिटनेस बनाये रखने के साथ इस साल अगस्त में होने वाले विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल करने का लक्ष्य रखा है. नीरज इसके साथ ही अपने भाले से 90 मीटर की दूरी की जादुई आंकड़े को छूना चाहते हैं. तुर्किये में अभ्यास कर रहे नीरज ने मीडिया से ऑनलाइन बातचीत में कहा कि मेरे लिए यह सत्र काफी लंबा होगा. एशियाई खेल अक्टूबर में होने जा रहे हैं. मैं चोटिल होने से बचने की कोशिश करूंगा.

तकनीकी रूप से बेहतर होना चाहते हैं नीरज

नीरज चोपड़ा ने कहा कि मैं एक सफल और स्वस्थ सत्र की उम्मीद कर रहा हूं. मैं हंगरी में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतना चाहता हूं. इस बार या बाद में ऐसा करने का कोई दबाव नहीं है. मुझे इस साल तकनीकी रूप से बेहतर होने की जरूरत है क्योंकि सत्र लंबा चलेगा. एक अप्रैल से तुर्किये के एंटाल्या स्थित ग्लोरिया स्पोर्ट्स परिसर में अभ्यास कर रहे 25 साल के इस खिलाड़ी ने पेरिस ओलंपिक के बारे में पूछने पर कहा कि पेरिस में स्वर्ण जीतने की उम्मीद का अधिक दबाव होगा. ऐसे में जब मैं पेरिस जाऊंगा तो तोक्यो ओलंपिक से भी बेहतर तैयारी करूंगा.

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अनुभव से मिली सीख

उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों के अनुभव और सीख से मुझे उम्मीद है कि मैं लय को बनाये रखने में सफल रहूंगा. जब मैं प्रतिस्पर्धा करूंगा तो बेहतर परिणाम आयेगा. तोक्यो का स्वर्ण पदक मुझे पेरिस में बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा.’ नीरज ने कहा कि पिछले साल की तुलना में वह इस समय शारीरिक और तकनीकी रूप से बेहतर स्थिति में हैं. पिछले साल, उन्होंने दोहा डायमंड लीग में हिस्सा नहीं लिया था और एक महीने की देरी से जून में फिनलैंड में पावो नूरमी खेलों से अपना सत्र शुरू किया था.

फिटनेस पर पूरा ध्यान

उन्होंने कहा, ‘पिछले साल, मैं समग्र फिटनेस और तकनीकी रूप से भी (दोहा के लिए) तैयार नहीं था. प्रशिक्षण के लिए कम समय था. इसलिए, हमने सत्र देर से शुरू करने का फैसला किया. अब सब कुछ ठीक चल रहा है, इसलिए हमने प्रतिस्पर्धा करने का फैसला किया. दोहा में दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भाग लेंगे.’ उन्होंने कहा कि मैं अब लंबे समय से प्रशिक्षण ले रहा हूं. उम्मीद है कि यह मेरे लिए एक सफल सीजन होगा. पिछले सितंबर में ग्रैंड फिनाले जीतने के बाद मौजूदा डायमंड लीग चैंपियन नीरज के सामने दोहा में ग्रेनाडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स और चेक गणराज्य के ओलंपिक रजत पदक विजेता जैकब वडलेज्च जैसे खिलाड़ियों की चुनौती होगी. यह 14 दौर की एकदिवसीय प्रतिस्पर्धा का पहला मुकाबला होगा.

90 मीटर का रखा है लक्ष्य

नीरज ने कहा कि वह इस सत्र में 90 मीटर की दूरी की बाधा को पार करना चाहेंगे. उन्होंने कहा, ‘2018 से हर कोई 90 मीटर के बारे में पूछ रहा है. पिछले साल, मैं छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी को तय करने से चूक गया था. मुझे इस साल ऐसा करने की उम्मीद है लेकिन मैं खुद पर कोई दबाव नहीं डालूंगा.’ उन्होंने कहा, ‘90 मीटर एक जादुई निशान है और 90 मीटर क्लब भाला फेंक की दुनिया में प्रसिद्ध है. उम्मीद है कि इस साल मैं इसमें जगह बना लूंगा.’

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