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NEET 2020 Results : सौ फीसदी अंक लाकर राउरकेला के शोएब आफताब बने देश के टॉपर

NEET 2020 Results : मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस एवं बीडीएस कोर्स में दाखिले के लिए होनेवाली नीट परीक्षा में राउरकेला (ओडिशा) के शोएब अख्तर ने टॉप किया है. उन्होंने 720 में 720 नंबर लाकर इतिहास बनाया है. शुक्रवार शाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षा परिणाम जारी किया. इससे पहले फाइनल उत्तर कुंजी जारी की गयी. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद कुछ समय के लिए एनटीए नीट की वेबसाइट क्रैश कर गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2020 11:24 PM
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NEET 2020 Results : राउरकेला : मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस एवं बीडीएस कोर्स में दाखिले के लिए होनेवाली नीट परीक्षा में राउरकेला (ओडिशा) के शोएब अख्तर ने टॉप किया है. उन्होंने 720 में 720 नंबर लाकर इतिहास बनाया है. शुक्रवार शाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने परीक्षा परिणाम जारी किया. इससे पहले फाइनल उत्तर कुंजी जारी की गयी. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद कुछ समय के लिए एनटीए नीट की वेबसाइट क्रैश कर गयी.

18 साल के शोएब राउरकेला के रहने वाले हैं और उन्होंने पूरे भारत में पहली रैंक हासिल की है. शोएब ऐसे पहले छात्र बन गये हैं, जिसने ओडिशा से देश में पहली रैंक पायी. साथ ही पहली बार किसी ने इस परीक्षा में पूरे के पूरे नंबर हासिल किये. शोएब कोटा के एक संस्थान से कोचिंग ले रहे थे.

गौरतलब है कि 2018 में मैट्रिक की परीक्षा में टॉप करने के बाद वह राजस्थान के कोटा चला गया. जहां सर्वोदय विद्यालय में इंटर की पढ़ाई के साथ-साथ नीट की तैयारी कर रहा था. 2 साल की तैयारी के बाद उसने अपने पहले ही प्रयास में यह उपलब्धि हासिल की है. बताया जाता है कि वह एम्स दिल्ली में दाखिले के इच्छुक हैं.

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शोएब के पिता व्यवसायी हैं. नीट परीक्षा 13 सितंबर को हुई थी. कोरोना संक्रमण की वजह से छूटे हुए अभ्यर्थियों को 14 अक्तूबर को एक और मौका दिया गया था. इस साल नीट परीक्षा में 14 लाख विद्यार्थी शामिल हुए. एमसीआई के आंकड़ों के मुताबिक, नीट में सफल छात्रों के लिए एमबीबीएस की 80,055 सीटें और बीडीएस की 26,949 सीटें हैं.

बेटे के सपने को पूरा करने के लिए 2 साल से राउरकेला में अकेले रह रहे पिता

शोएब का पूरा परिवार फिलहाल राजस्थान के कोटा में है. शोएब की सफलता के बारे में जानने के लिए जब प्रभात खबर की टीम उनके पिता शेख अब्बास के घर पहुंची, तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक गये. रूंधे गले से उन्होंने कहा कि 2 साल से राउरकेला में अकेले रह रहे हैं. पूरा परिवार राजस्थान के कोटा में रहता है ताकि शोएब के सपने को पूरा किया जा सके.

बेटे को घर का खाना मिले, इसलिए 2 साल से साथ रह रहीं मां और बहन

शोएब की इस सफलता में उसके परिवार का श्रेय सर्वाधिक है. शोएब को पढ़ाई के दौरान उसे घर का खाना मिले, इसलिए उनकी मां सुल्ताना रजिया भी राउरकेला से राजस्थान चली गयीं और वहीं रह रही हैं. बेटे के साथ साये की तरह वह रह रही हैं. शोएब की बहन भी राजस्थान में ही मां के साथ रह रही हैं. पूरा परिवार कोटा शिफ्ट हो जाने के कारण दो साल से उनके पिता अब्बास अकेले राउरकेला में रह रहे हैं. अब जब यह सफलता मिली है तो खुशी से पिता का चेहरा चमक रहा है.

कई प्रतियोगिताओं में दिखा चुके हैं प्रतिभा का दम

शोएब न केवल पढ़ाई में बल्कि क्विज एवं कॉपीटिशन में भी अपनी प्रतिभा का दम दिखा चुके हैं. कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर राजस्थान में आयोजित होनेवाले ‘कौन बनेगा हेल्थ चैंपियन’ में 2019 में चैंपियन बने. जूनियर साइंटिस्ट की परीक्षा में उन्होंने पूरे देश में 35वां रैंक हासिल किया था. नेशनल स्टैंडर्ड एग्जामिनेशन इन केमेस्ट्री में उन्होंने 802वां रैंक हासिल किया था. इसमें देशभर से 49,644 बच्चों ने भाग लिया था.

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तनाव नहीं लें, मंजिल पर फोकस करें, जरूर सफलता मिलेगी : शोएब

शोएब अफताब ने प्रभात खबर से कहा कि जिंदगी में कभी तनाव नहीं लेना चाहिए. मंजिल पर फोकस हो, तो हर हाल में सफलता मिलती ही है. रोजाना 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करता था. परिवार का साथ हमेशा रहा. परिवार के सहयोग के बगैर यह सफलता नहीं हासिल होती. 2021 में नीट की परीक्षा देने के इच्छुक छात्रों को मेरी सलाह है कि वे सबकुछ छोड़कर तैयारियों में लग जाएं. सफलता हर हाल में मिलेगी. करियर को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं है. यह मेरा पहला प्रयास था. इसके लिए मैंने दिलोजां से तैयारी की. रोजाना 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करता था. माता-पिता ने हर कदम पर साथ दिया है. उनके बलिदानों को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता. जिंदगी में मुझे मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाना है. इसलिए मैंने नीट की तैयारी की थी.

शोएब के सफलता से गर्वान्वित हूं : प्रिंसिपल

डिसूजा स्कूल की प्रिंसिपल अलेक्जेंडर डिसूजा ने कहा कि शोएब हमारे स्कूल का छात्र रहा है. उसकी सफलता से मैं गर्व महसूस कर रहा हूं. जिस तरह का रिजल्ट आया है, वह बेहतरीन है. उसकी इस सफलता को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.

Posted By : Samir Ranjan.

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