Neet and Jee Examination : सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद ही साफ होगी तस्वीर : हेमंत

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जेइइ-नीट की परीक्षा को लेकर हम लोगों ने विपक्ष की तरफ से कोर्ट में अपना पक्ष रखा है. रिव्यू पिटीशन डाला गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2020 6:15 AM

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जेइइ-नीट की परीक्षा को लेकर हम लोगों ने विपक्ष की तरफ से कोर्ट में अपना पक्ष रखा है. रिव्यू पिटीशन डाला गया है. सुनवाई होगी, उसके बाद ही बताया जा सकता है कि क्या होगा. कुल मिलाकर इस संक्रमण काल में इस समस्या का समाधान निकल सकता था. बहुत हड़बड़ी की जरूरत नहीं थी. लेकिन, केंद्र सरकार किस मंशा से काम कर रही है, यह तो अंदाजा लगाया ही जा सकता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा के आयोजन का निर्णय केंद्र ने जल्दीबाजी में लिया है. जिस तरीके से प्रवासी मजदूरों का मूवमेंट एक समय में बड़े पैमाने पर हुआ, उसकी वजह से कोरोना का संक्रमण भी पूरी देश में फैला. चिंता इस बात की है कि परीक्षा में शामिल होने आ रहे इन बच्चों और उनके अभिभावकों के साथ क्या होगा? श्री सोरेन ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भी पत्र लिखा है कि थोड़ा समय लेकर परीक्षा आयोजित की जाये. हो सके कि इस दौरान कोई दवा आ जाये. अभी ट्रायल चल रहा है. अगर सप्ताह-10 दिन में कोई वैक्सीन आ जाये, तो हो सकता है कि बच्चों को सुरक्षित तरीके से परीक्षा दिला पायेंगे.

भाजपा द्वारा इसे बड़ा इश्यू नहीं बताये जाने पर सीएम ने कहा : हम तो कह रहे हैं कि बहुत बड़ा इश्यू नहीं है. एग्जाम को डिले करना भी बड़ा इश्यू नहीं है.

अभिषेक मनु सिंघवी के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग : इससे पहले श्री सोरेन ने शुक्रवार को कांग्रेस के नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा है कि अगर केंद्र सरकार जेइइ मेन और नीट लेना ही चाहती है, तो उसे इन परीक्षाओं को सुरक्षित तरीके से आयोजित करने पर राज्य सरकारों से चर्चा करनी चाहिए थी. सरकार इसकी तैयारी में जुटी है कि अगर ये परीक्षाएं होती हैं, तो विद्यार्थियों के लिए इसे कैसे सुरक्षित बनाया जाये.

  • निकल सकता था समस्या का समाधान, बहुत हड़बड़ी की जरूरत नहीं थी

  • केंद्र सरकार किस मंशा से काम कर रही है, यह तो अंदाजा लगाया ही जा सकता है

  • लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा 30 सितंबर तक लॉकडाउन के निर्देश जारी किये गये हैं. सभी लोगों से मेरी अपील है कि सरकारी नियमों का सख्ती से पालन करें एवं मास्क का उपयोग अवश्य करें. आपस में दूरी बनायें, मगर दिलों को जोड़े रखें.

Post by : Prirtish Sahay

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