नीट परीक्षा में सॉल्वर के जरिये पास करने वाले मामले में मुख्य आरोपित पटना के पाटलिपुत्र के नीलेश कुमार उर्फ PK और उसके बहनोई रितेश कुमार सिंह ने बड़ा खुलासा किया है. सात दिन की कस्टडी रिमांड में पुलिस टीम के सामने पूछताछ में PK ने कहा है कि लखनऊ केजीएमयू एमबीबीस के अंतिम वर्ष के छात्र ओसामा शाहिद गैंग के सरगना है और वही पूरे सिंडिकेट को संचालित करता है.
सूत्रों के मुताबिक पुलिस की पूछताछ के दौरान पीके खुद को बचाने के लिए लगातार झूठ बोलता रहा. बताया जा रहा है कि पुलिस टीम ने PK से अब तक कुल छह बार पूछताछ कर चुकी है. पीके ने अभी तक नीट ही नही अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंधमारी की जानकारी पुलिस को दी है.
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि पुलिस को सॉल्वर गैंग के सरगना पीके से पूछताछ में नीट के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की अहम जानकारी मिली है. PK के द्वारा जो जानकारी दी गयी है छानबीन कराई जा रही है. वहीं पुलिस ने पीके के राइट हैंड कन्हैया को भी गिरफ्तार कर लिया है.
इधर, नीट परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए कमिश्नर ए सतीश गणेश ने नीट के निदेशक को सुझाव भेजा है. एक मोबाइल नंबर से एक अभ्यर्थी का पंजीकरण, एक खाता नंबर से दो या तीन से अधिक भुगतान पर जानकारी लेने का और अगर कोई अभ्यर्थी दूसरे शहर से या दूसरे प्रदेश से परीक्षा में आवेदन कर रहा है, तो इस पर सजग रहने की बात कही है.
वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को अभी तक सॉल्वर गैंग की जांच में ये सामने आया है कि एक ही मोबाइल नंबर से संदिग्धों का पंजीकरण है. परीक्षा में निर्धारित शुल्क का भुगतान एक ही बैंक खाते से किया गया है और रहने वाले त्रिपुरा के है. फर्म वाराणसी या पटना,कोलकाता भरा गया है.
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रिपोर्ट : विपिन सिंह