Varanasi News: मेडिकल परीक्षा नीट-यूजी में धांधली में गिरफ्तार किये गये पीके की मदद से सॉल्वर गैंग के दो सदस्यों को वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों सदस्यों के पास से 5 महिला अभ्यर्थियों के ओरिजनल मार्कशीट प्रमाणपत्र और फर्जी आधार कार्ड सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा के एडमिड कार्ड पुलिस को मिले हैं.
गिरफ्तार सदस्यों में एक आरोपी की पहचान चंदौली जिले के बबुरी थाना नरहरपुर के निवासी व वाराणसी के सुसुवाही में रहने वाले क्रांति कौशल और मिर्जापुर के चुनार निवासी कन्हैया लाल सिंह के तौर पर हुई है.
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कन्हैया लाल चंदौली जिले में लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं और क्रांति कौशल सुंदरपुर में साइबर कैफे चलाता है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि पीके के साथ वो पांच साल से जुड़े थे.
आरोपियों ने वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा के अलावा उत्तर प्रदेश में सहायक शिक्षक, यूपीटेट, यूपीएसआई, एएनएम, एमएससी अन्य कई परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को सॉल्वर के माध्यम से पास कराने के लिए दिल्ली, लखनऊ और कानपुर के अपने अलग-अलग साथियों के साथ समानांतर गैंग चला रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद आज न्यायालय में पेश किया जाएगा.
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि बताया कि पीके से 26 तारीख तक पुलिस द्वारा पूछताछ किया जाएगा, तब पुलिस को अहम जानकरियां हाथ लगेगी. पीके से 5 सदस्यीय टीम पूछताछ कर रही है. कमिश्नर ने टीम को आदेश दिया है कि इस गैंग से जुड़े एक-एक सदस्यों को पकड़ना है और इस पूरे गैंग के नेटवर्क को ध्वस्त करना है.
(रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी)