Varanasi News: वाराणसी जिले के पिंडरा तहसील के सातोमहुआ में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में बच्चों के खाने में लापरवाही का मामला सामने आया है. बिना तेल की सब्जी को लेकर जब बच्चे ने ठेकेदार से शिकायत की तो ठेकेदार ने अभद्र भाषा शैली का इस्तेमाल करते हुए बच्चे को ‘तू है कौन, तेरी औकात क्या है’ जैसे शब्दों से सम्बोधित किया और डांटकर भगा दिया.
बच्चों का कहना है कि इस स्कूल में उन्हें भोजन की ठीक व्यवस्था नहीं मिलती है. जब उन्होंने इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल से किया तो वहां से भी कोई कार्रवाई ठेकेदार पर नहीं की गई. आये दिन उन्हें खराब व बेस्वाद भोजन मजबूरी में करना पड़ता है. उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं देता. कई दिनों से ऐसा ही भोजन मिलने के बाद नाराज होकर कई छात्र आज भोजन करने से इनकार कर दिए. हालांकि प्रधानाचार्य ने अधिकतर छात्रों को समझा-बुझाकर भोजन कराया. फिलहाल आमलोगों को इस मामले की जानकारी ठेकेदार और बच्चे के बीच हुई बातचीत के ऑडियो वायरल होने के बाद हुई.
Also Read: Varanasi News: वाराणसी एयरपोर्ट से सामने आया लापरवाही का Video, जिस झाड़ू से जमीन साफ की उसी से खाने…इस ऑडियो में ठेकेदार ने बच्चे से कहा है कि तेरी औकात क्या है? तू कौन है? खाना ठीक करवाने वाली बात इतनी सी थी कि आश्रम पद्धति विद्यालय में बच्चों को जो भोजन परोसा जा रहा था, उसमें सब्जी बिना तेल की थी. इसकी शिकायत उन्होंने फोन पर भोजन की व्यवस्था करने वाले ठेकेदार से की तो उसने गाली दी और डांटकर फोन रख दिया.
Also Read: Varanasi News: वाराणसी एयरपोर्ट पर पकड़ा गया 48 लाख का सोना, जूते में छिपाकर ला रहा था यात्रीबच्चों का कहना है कि यहां बिल्कुल भी अच्छा भोजन नहीं मिलता है. शिकायत करने पर कोई भी अधिकारी इस पर एक्शन नहीं लेता है. हम लोगों ने शिकायती पत्र पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर भी इसे वायरल किया था. स्कूल के मेन्यू में ऐसे तो दाल, चावल, मौसमी फल, ब्रेड, सलाद, अचार, पापड़, दूध आदि लिखा गया है, लेकिन खाने में सिर्फ पानी वाली दाल और आलू की सब्जी मिलती हैं. दूध में भी पानी की मात्रा ज्यादा होती है. इसकी शिकायत जब प्रधानाचार्य से की तो प्रधानाचार्य भी छात्रों पर ही दबाव बनाने लगे और स्कूल से निकालने की धमकी तक दे दिए.
इस बारे में प्रधानाचार्य अशोक कुमार सिंह का कहना है कि सच्चाई यही है कि बच्चे गुमराह हुए हैं. बच्चों को संतोषजनक भोजन दिया जाता है. मीनू में थोड़ा-बहुत फेरबदल हुआ होगा लेकिन खाना और नाश्ता संतोषजनक दिया जाता है. जो भी शासन की व्यवस्था है, वह पूर्ण रूप से लागू किया जा रहा है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह