जयंती विशेष: कोयलांचल से नेताजी सुभाष चंद्र बोस का था गहरा लगाव, 1941 में किया था लेबर यूनियन का गठन
बलिहारी के संस्थापक सह वरिष्ठ मजदूर नेता गोपाल प्रसाद के प्रयास से क्षेत्र का विकास हुआ. यहां नेताजी के नाम से मैदान के अलावा पार्क भी है. आज यह क्षेत्र बीसीसीएल के आउटसोर्सिंग का दंश झेल रहा है.
झरिया/पुटकी, उमेश सिंह/ संजय कुमार रवानी: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का कोयलांचल से काफी लगाव था. अंतिम बार नेताजी कोलकाता से यहां पठान के वेश में कार से 16 जनवरी 1941 को पुटकी के बीच बलिहारी पहुंचे थे. जब भी यहां आते थे, तो बीच बलिहारी में रहनेवाले अपने भतीजा सुधीर चंद्र बोस, सदानंद बोस के यहां रुकते थे. सुधीर व सदानंद ही इस क्षेत्र में नेताजी की यूनियन का मोर्चा संभालते थे. नेताजी का एक भतीजा अशोक बोस बरारी कोक प्लांट में केमिकल इंजीनियर थे. यहां रात रुकने के बाद दूसरे दिन 17 जनवरी 1941 को यहां से गोमो जाने के लिए निकल गये थे. मध्य रात्रि के बाद 18 जनवरी 1941 को कालका मेल से पठानकोट के लिए प्रस्थान किये.
नेताजी स्मारक उद्यान ( सुभाष पार्क ) बीच बलिहारी के संस्थापक सह वरिष्ठ मजदूर नेता गोपाल प्रसाद के प्रयास से क्षेत्र का विकास हुआ. यहां नेताजी के नाम से मैदान के अलावा पार्क भी है. आज यह क्षेत्र बीसीसीएल के आउटसोर्सिंग का दंश झेल रहा है. बीसीसीएल प्रबंधन यहां आउट सोर्सिंग परियोजना चलाने की योजना बना रही है. हालांकि नेताजी स्मारक स्थल व नेताजी कुटीर के अन्यत्र स्थानांतरण के संबंध में पूछे जाने पर गोपालीचक पीओ एके वर्मा ने बताया कि बीसीसीएल की कोई ऐसी योजना की जानकारी उन्हें नहीं है.
नेताजी के आह्वान पर कोलियरी मजदूरों ने की थी प्रबंधक की पिटाई
नेताजी सुभाषचंद्र बोस वर्ष 1941 के अगस्त माह में मानभूम जिला के अंतर्गत झरिया कोयलांचल के जोड़ापोखर थाना के पीछे रहने वाले स्व सत्यविमल सेनगुप्ता के घर आये थे. नेताजी उनके घर एक दिन रूके थे. घर आने के बाद डिगवाडीह टेलीफोन एक्सचेंज के पीछे लाल बंगला में यूनियन से संबंधित बातचीत की थी. उसी दिन नेताजी ने ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन संचालित कोलियरियों में कार्यरत मजदूरों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए ईस्ट इंडिया कोल कंपनी वर्कर्स यूनियन का गठन किया था. इस यूनियन के अध्यक्ष नेता सुभाषचंद्र बोस व महामंत्री सत्यविमल सेनगुप्ता थे. उन दिनों को याद करते स्व सत्यविमल सेनगुप्ता की पुत्रवधू मीता सेनगुप्ता (पति स्व रुनू सेनगुप्ता) के अनुसार जोड़ापोखर थाना के समीप ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने कहा था कि अंग्रेजों को प्यार से नहीं लात मारकर देश से भगाया जायेगा. मजदूरों के विरोध में काम करने पर नेता जी के आह्वान पर जेलगोड़ा कोलियरी प्रबंधक टेलबार्ट को जूतों से पिटाई की थी.