धनबाद में नयी एजेंसी ने अपने हाथों में ली 108 एंबुलेंस संचालन की व्यवस्था, आज से सेवा शुरू
108 एंबुलेंस का संचालन कर रही पुरानी एजेंसी जिकित्था हेल्थकेयर के कर्मी ही नयी एजेंसी में अपनी सेवा प्रदान करेंगे. सभी कर्मी को बहाल कर लिया गया है. लगभग 150 एंबुलेंस चालक और पारा मेडिकल स्टाफ शनिवार से नयी एजेंसी के तहत अपना योगदान देंगे.
धनबाद जिले में 12 अगस्त से नयी एजेंसी इएमआरआइ ग्रीन की ओर से 108 एंबुलेंस का संचालन किया जायेगा. शुक्रवार को इएमआरआइ ग्रीन ने 108 एंबुलेंस संचालन के लिए व्यवस्था अपने हाथों में ले ली. सिविल सर्जन कार्यालय में इएमआरआइ ग्रीन व पुरानी एजेंसी जिकित्जा हेल्थकेयर लिमिटेड के अधिकारी पहुंचे. दोनों एजेंसी के अधिकारियों के बीच हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया शुक्रवार देर शाम तक पूरी कर ली गयी. सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन की मौजूदगी में कुल 27 में 25 एंबुलेंस को नयी एजेंसी के हवाले किया गया. दो एंबुलेंस के वर्कशॉप में होने के कारण बाद में इसे सौंपा जायेगा. हालांकि, शनिवार शाम से ही जिले के लोगों को 108 एंबुलेंस का लाभ मिलने की संभावना है. बता दें कि 2017 में धनबाद सहित राज्य में 108 एंबुलेंस सेवा की शुरुआत हुई है. 2017 में जिकित्था हेल्थकेयर लिमिटेड एजेंसी को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. पांच साल का करार था. 2021 में करार समाप्त हो चुका था. इसके बाद से एक्सटेंशन पर पुरानी एजेंसी संचालन कर रही थी.
पुरानी एजेंसी के कर्मी नयी में देंगे योगदान
बता दें कि 108 एंबुलेंस का संचालन कर रही पुरानी एजेंसी जिकित्था हेल्थकेयर के कर्मी ही नयी एजेंसी में अपनी सेवा प्रदान करेंगे. सभी कर्मी को बहाल कर लिया गया है. लगभग 150 एंबुलेंस चालक और पारा मेडिकल स्टाफ शनिवार से नयी एजेंसी के तहत अपना योगदान देंगे.
कर्मियों की हड़ताल के कारण तीसरे दिन भी ठप रही सेवा
बकाया कि मांग को लेकर तीसरे दिन भी जिकित्था हेल्थहेयर लिमिटेड ऐजेंसी के अंतर्गत कार्यरत कर्मी हड़ताल पर रहे. इस कारण जिले में तीसरे दिन भी 109 एंबुलेंस सेवा पूरी तरह ठप रही. तीन माह के बकाया की मांग को लेकर कर्मी हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को भी उनके बकाया तीन माह तीन माह के वेतन का भुगतान नहीं हुआ. शुक्रवार को पुरानी एजेंसी के अधिकारियों के सीएस कार्यालय पहुंचने पर हड़ताली कर्मियों ने उनका घेराव किया. अधिकारियों और कर्मियों के बीच वार्ता हुई. जल्द ही बकाया भुगतान करने का आश्वासन जिकित्था हेल्थकेयर लिमिटेड के अधिकारियों ने दिया है.