Jharkhand News: झारखंड का बेहद खूबसूरत पंगुरा जलप्रपात आखिर पर्यटकों की पहुंच से क्यों है दूर, ये है बड़ी वजह
Jharkhand News: इटी नदी पर एक के बाद एक तीन जलप्रपात हैं. एक 110 फीट, दूसरा 40 फीट और एक छोटा जलप्रपात है. दुर्गम क्षेत्र में होने के कारण यहां कभी भी पर्यटक नहीं आते हैं.
Jharkhand News: वैसे तो खूंटी जिला प्राकृतिक नजारों से भरा हुआ है. इस जिले के पेरवाघाघ, रानी फॉल, पंचघाघ, हिरण पार्क, लतरातू डैम, लटरजंग डैम सहित कई छोटे-बड़े पर्यटन स्थल हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं. नये साल के अवसर पर तो पिकनिक स्पॉट पर मेला सा नजारा रहता है. इसके बावजूद बेहद खूबसूरत पंगुरा जलप्रपात पर्यटकों की पहुंच से दूर है. दुर्गम इलाके में होने के कारण सैलानी यहां नहीं पहुंच पाते. पर्यटकों के नहीं आने के कारण किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. खूंटी जिला प्रशासन द्वारा इसे विकसित करने को लेकर कोई पहल नहीं की गयी है.
खूंटी जिले में कई खूबसूरत जलप्रपात हैं. इसके बाद भी कई ऐसे जलप्रपात हैं जो अब तक लोगों की पहुंच से दूर हैं. ऐसा ही एक खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड अंतर्गत पंगुरा जलप्रपात है. यहां इटी नदी पर एक के बाद एक तीन जलप्रपात स्थित हैं. जिसमें एक 110 फीट, दूसरा 40 फीट और एक छोटा जलप्रपात है. घनघोर और दुर्गम जंगल होने के कारण यहां कभी भी पर्यटक नहीं आते हैं. जिसके कारण पंगुरा जलप्रपात गुमनाम है. पंगुरा जलप्रपात गहरी खाई में स्थित है, जहां बच्चे और बुजुर्गों के लिये तो पहुंचना थोड़ा मुश्किल है. जलप्रपात तक पहुंचने के लिये लोगों को खड़ी चट्टान से होकर उतरना पड़ता है. इसके बाद फिर खड़ी चट्टान में चढ़ना भी पड़ता है.
लंबे समय से यह स्थान उग्रवाद प्रभावित रहा है. अक्सर इस क्षेत्र में उग्रवादियों का जमावड़ा लगा रहता था. पंगुरा जलप्रपात बेहद ही रोमांचक और खूबसूरत है. पंगुरा जलप्रपात खूंटी से लगभग 25 किलोमीटर दूर पर स्थित है. यहां तक पहुंचने के लिये मुरहू से पूर्व लगभग 12 किलोमीटर जाना पड़ता है. पंगुरा गांव तक पहुंचने के बाद पैदल ही जलप्रपात तक जाना पड़ता है. पर्यटकों के नहीं आने के कारण वहां किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. अब तक पंगुरा जलप्रपात को विकसित करने के लिये खूंटी जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की पहल नहीं की गयी है.
रिपोर्ट: चंदन कुमार