वर्ष 2024 में दो चंद्र ग्रहण व दो सूर्य ग्रहण होंगे. इस प्रकार इस वर्ष चार ग्रहण की वजह से प्राकृतिक आपदाओं प्रकोप आम लोगों को ज्यादा देखने को मिलेगा. इसमें भूकंप, बाढ़, सुनामी, विमान दुर्घटनाएं इत्यादि हो सकते हैं. प्राकृतिक आपदा में जनहानि कम ही होने की संभावना है. लेकिन, फिल्म व राजनीति से दुखद समाचार मिलने के संकेत मिल रहे हैं. इसी प्रकार व्यापार में तेजी आएगी, बीमारियों में कमी आएगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, आय में इजाफा होगा तथा वायुयान दुर्घटना होने की संभावना है.
ज्योतिष के अनुसार इस वर्ष चार ग्रहणों के प्रभाव से पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा. राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा होंगे. सत्ता संगठन में भी बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जाएगा.आंदोलन, हिंसा, धरना-प्रदर्शन, हड़ताल, बैंक घोटाला, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती हैं.
वर्ष 2024 में पहला सूर्य ग्रहण आठ अप्रैल को लगेगा। यह भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए इसका धार्मिक महत्त्व भी नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण उत्तरी-दक्षिणी अमरीका में ही दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण रात्रि 09:12 से मध्य रात्रि 01:25 बजे तक रहेगा.
वर्ष 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण दो अक्तूबर को होगा। यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा। इस सूर्य ग्रहण का ज्यादातर पथ प्रशांत में होगा। दक्षिण अफ्रीका के चिली और अर्जेंटीना में यह एकदम साफ दिखेगा। सूर्य ग्रहण रात्रि 09:13 से मध्य रात्रि 03:17 बजे तक रहेगा.
नए साल का पहला ग्रहण चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लगेगा। यह ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा और इसका भी सूतक काल मान्य नहीं होगा। यूरोप, उत्तर, पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण अमरीका में दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण सुबह 10:23 से दोपहर 03:02 बजे तक है.
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साल 2024 का आखिरी चंद्रग्रहण 18 सितंबर को होगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी-दक्षिणी अमरीका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में यह दिखेगा। चंद्र ग्रहण प्रात: 06:12 से 10:17 बजे तक है.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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