कोलकाता : कोरना वायरस से संक्रमित एक नवजात को स्वस्थ होने के बाद यहां के एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी. इस महामारी का शिकार हुए एक नवजात को एक सप्ताह से अधिक समय तक वेंटिलेटर पर रखे जाने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना वायरस के कारण घोषित लॉकडाउन के दौरान और राहत देने की घोषणा कर दी है.
मध्य कोलकाता के रिपन स्ट्रीट क्षेत्र के एक दंपती के बेटे की जन्म के कुछ दिन बाद हुई जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. डॉक्टर ने बताया कि शिशु अब 42 दिन का हो गया है. उन्होंने कहा कि उसे तेज बुखार, सांस में तकलीफ और मूत्र नली में संक्रमण की शिकायत के बाद 17 अगस्त को अस्पताल में भर्ती किया गया था. डॉक्टर ने बताया कि अब वह ठीक हो गया है और शिशु का इलाज करने के बाद उन्हें बेहद खुशी हो रही है.
इधर, पश्चिम बंगाल सरकार ने कोविड-19 की वजह से घोषित लॉकडाउन के दौरान पाबंदियों में और राहत देते हुए बैंकों को कामकाजी शनिवार वाले दिनों में खुलने की अनुमति दे दी है. बैंक सामान्य तौर पर एक शनिवार छोड़कर खुलते हैं, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने सप्ताहांत में उन्हें बंद रखने का आदेश दिया था.
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तीन सितंबर को जारी आदेश के अनुसार, निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर सरकार द्वारा जिन विभिन्न गतिविधियों में राहत दी गयी है, उनके मद्देनजर बैंकों का कामकाज शनिवार को किया जा सकेगा. इसमें कहा गया कि सभी बैंक शाखाएं कामकाजी शनिवार यानी हर महीने के पहले, तीसरे तथा पांचवें शनिवार को खुल सकेंगी. दूसरे तथा चौथे शनिवार को बैंकों का अवकाश होता है.
उल्लेखनीय है कि बंगाल में कोरोना वायरस से 3,305 और लोगों के ठीक होने के बाद शुक्रवार को स्वस्थ होने की दर बढ़कर 84.48 प्रतिशत हो गयी. स्वास्थ्य विभाग ने अपने बुलेटिन में बताया कि इस बीमारी से 58 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,452 पहुंच गयी. राज्य में कोविड-19 के 2,978 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,74,659 हो गयी है. इसके अनुसार राज्य में इस समय 23,654 मरीजों का इलाज चल रहा है.
Posted By : Mithilesh Jha