शर्मनाक: मिट्टी में दबा मिला जिंदा नवजात, रोने की आई आवाज तो खोद के बाहर निकाला

डॉक्टर विकास कुमार ने बताया की बच्चे का जन्म लगभग सात घंटे पहले हुआ है. बच्चें को सांस लेने में थोड़ी दिक्कत है.उसे ऑक्सीजन दी गई है. मिट्टी में दबे होने की वजह से शरीर में कुछ निशान बन गए हैं जो जल्द सही हो जाएंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2023 6:20 PM

कानपुर: कानपुर देहात में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. मूसानगर के पुलंदर गांव के पास में एक किसी ने प्राथमिक स्कूल के पास बगीचे में जिंदा नवजात बच्चे को मिट्टी में दबा दिया. उधर से निकल रहे दंपति ने रोने की आवाज सुनकर बच्चे को मिट्टी खोद कर बाहर निकाला और उसे एंबुलेंस से सीएचसी ले गए. जहां डॉक्टरों ने बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण किया.

ग्रामीणों ने नवजात को मिट्टी से निकाला

पुखरायां के पास पुलंदर गांव के रहने वाले राजेश की पत्नी नीलम ने बताया की कुछ छोटे बच्चे रमन बाजपेई की बगिया से निकल रहे थे. तभी उनको नवजात बच्चे के हाथ दिखे तो उन्होंने शोर मचाया. वह कुछ महिलाओं के साथ चारा लेकर खेत से लौट रही थी. उन्होंने तुरंत गांव में सूचना दी और बच्चे को मिट्टी से बाहर निकाल एंबुलेंस से उसे सीएचसी देवीपुर लाए. जहां डॉक्टर ने उसका इलाज किया.

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सात घंटे पहले हुआ था बच्चे का जन्म

सीएचसी के अधीक्षक डॉक्टर विकास कुमार ने बताया की बच्चे का जन्म लगभग सात घंटे पहले हुआ है. बच्चें को सांस लेने में थोड़ी दिक्कत है.उसे ऑक्सीजन दी गई है. मिट्टी में दबे होने की वजह से शरीर में कुछ निशान बन गए हैं जो जल्द सही हो जाएंगे. बच्चे की हालत अब ठीक है अभी उसका इलाज किया जा रहा है.

स्थानीय युवक का परिवार कर रहा बच्चे की देखभाल

पुलंदर निवासी राजेश ने बताया कि उसकी तीन बेटियां हैं. वह बेटा पाकर बहुत खुश है.उसका पालन पोषण करना चाहता है.वह सीएचसी में रहकर बच्चे की देखभाल कर रहा है. पत्नी नीलम बेटा पाकर उसी के पास है उसका ख्याल रख रही है. मामले की जानकारी मूसानगर पुलिस को दी गई है. इसके साथ ही प्रोबेशन विभाग को सूचना दी गई हैं.

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