NIA की बड़ी कार्रवाई, विस्फोटक मामले में तृणमूल कांग्रेस प्रार्थी मनोज घोष को किया गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल में तृणमूल का दावा है कि एनआइए को परित्यक्त घर से कुछ जिलेटिन डिटोनेटर बरामद करके मनोज घोष को फंसाने की कोशिश कर रही है. एनआइए सूत्रों ने बताया की जिस घर से विस्फोटक बरामद किया गया था.

By Shinki Singh | July 10, 2023 6:23 PM

बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के नलहाटी थाना क्षेत्र के बहादुरपुर इलाके में भारी मात्रा में मिले विस्फोटक मामले में एनआइए की टीम ने सोमवार को पत्थर व्यवसाई तथा पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस समर्थित प्रार्थी मनोज घोष को गिरफ्तार कर लिया गया. तृणमूल कांग्रेस के प्रार्थी मनोज की गिरफ्तारी के बाद जिला तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं को बढ़ा झटका लगा है. बताया जाता है की गत माह 28 जून को गुप्त सूचना के आधार पर एनआइए की टीम ने छापामारी अभियान चलाकर पत्थर व्यवसाई तथा तृणमूल प्रार्थी मनोज घोष के घर और कार्यालय से भारी संख्या में डिटोनेटर और जिलेटिन स्टिक जब्त किया गया था.

एनआइए ने भारी मात्रा में विस्फोटक किया बरामद

एनआइए सूत्रों के अनुसार कुछ दिन पहले मोहम्मद बाजार थाना क्षेत्र से जिलेटिन की छड़ें समेत भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया था. उस जांच के बाद एनआईए के शिकंजे में तृणमूल पंचायत उम्मीदवार आरोपी मनोज घोष का नाम सामने आया था. इससे पहले एनआइए ने मनोज को दो बार नोटिस भेजा था. आज पुनः पंचायत उम्मीदवार को नलहाटी थाने में पूछताछ हेतु बुलाया गया था. पूछताछ में सटीक जवाब नहीं मिलने पर मनोज को गिरफ्तार कर लिया गया. एनआइए सूत्रों ने बताया की जिस घर से विस्फोटक बरामद किया गया था वह तृणमूल ग्राम पंचायत उम्मीदवार मनोज घोष का घर था. उसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया.

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तृणमूल का दावा : मनोज घोष के खिलाफ हो रही है साजिश 

तृणमूल का दावा है कि एनआइए परित्यक्त घर से कुछ जिलेटिन डिटोनेटर बरामद करके मनोज घोष को फंसाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी का आरोप है की तमाम शिकायतों को जानते हुए भी पुलिस की मदद से जिले में तृणमूल के समर्थित गुंडे और पत्थर व्यवसाई अवैध रूप से विस्फोटक भंडार चला रहे है. नतीजा यह हुआ कि वोट आते ही नलहाटी के बहादुरपुर गांव में चर्चा तेज हो गयी. बताया जाता है की नलहाटी क्षेत्र में कई पत्थर खदानें हैं .जिनमें से अधिकांश के पास कोई सरकारी अनुमति नहीं है.हालांकि, खदान के पत्थरों को जिलेटिन और डेटोनेटर से विस्फोट कर अवैध तरीके से कारोबार को अंजाम दिया जाता है.

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