बीरभूम, मुकेश तिवारी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल डेटोनेटर जब्ती मामले में रानीगंज और कोलकाता से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें बोकारो के मेराजुद्दीन अली खान और बीरभूम के मीर मोहम्मद नुरुज्जमां शामिल है. बताया जा रहा है कि जो लोग पकड़े गए वे विस्फोटक और डेटोनेटर और जिलेटिन की छड़ें के आपूर्तिकर्ता थे. बता दें कि बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार से इस सप्ताह भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया था.
इस घटना की जांच करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गौड़ बंग विश्व विद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही दो और को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी के बाद जिले समेत राज्य भर में एक बार फिर हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि इस सप्ताह बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार से 81,000 जिलेटिन की छड़ें और 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था.
इस घटना की जांच के बाद एनएआई को पता चला कि एक उग्रवादी समूह का स्लीपर सेल इन विस्फोटकों के पीछे काम कर रहा है. स्रोत के आधार पर एनएआई ने पहले मोहम्मद मीर नूरुज्जमा और बोकारो के मेराजुद्दीन अली खान को ढूंढ कर गिरफ्तार किया है. जानकारी हो कि वह गौड़ बंग विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर थे. वर्तमान में विकास भवन के सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट विभाग में कार्यरत हैं. वहां से गुप्तचरों ने नूरुज्जमां को गिरफ्तार किया.
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उन्होंने दो और लोगों को भी अपने हिरासत में ले लिया है. जांच अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इतने विस्फोटक कहां से आए, कहीं धमाका करने की योजना तो नहीं थी, इस चक्रव्यूह के पीछे और कौन कौन लोग शामिल है. धृत नूरुज्जमां का राजारहाट में एक फ्लैट भी है. स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि उस फ्लैट में कई लोग आते जाते है .कई लोग विदेश से भी आए है. जांच अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.