तृणमूल कांग्रेस के नेता छत्रधर महतो से लगातार दो दिन तक NIA ने की पूछताछ
West Bengal News, Trinamool Congress, Chhatradhar Mahato, NIA: झारग्राम (पश्चिम बंगाल) : तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं माओवाद समर्थक पीसीएपीए के पूर्व संयोजक छत्रधर महतो से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) 11 वर्ष पुराने दो मामलों में लगातार पूछताछ कर रही है. सूत्रों ने बताया कि पश्चिम मिदनापुर में सालबोनी स्थित सीआरपीएफ के शिविर में एनआईए अधिकारियों ने उनसे तीन घंटे तक पूछताछ की.
झारग्राम (पश्चिम बंगाल) : तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं माओवाद समर्थक पीसीएपीए के पूर्व संयोजक छत्रधर महतो से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) 11 वर्ष पुराने दो मामलों में लगातार पूछताछ कर रही है. सूत्रों ने बताया कि पश्चिम मिदनापुर में सालबोनी स्थित सीआरपीएफ के शिविर में एनआईए अधिकारियों ने उनसे तीन घंटे तक पूछताछ की.
जिन दो मामलों में पूछताछ की गयी है, उनमें से एक ट्रेन अपहरण का तथा एक माकपा नेता की हत्या से जुड़ा है. छत्रधर महतो ने बाद में बताया कि उनसे भुवनेश्वर से नयी दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस को झारग्राम स्टेशन पर पांच घंटे तक बंधक बनाये जाने के अक्टूबर 2009 के मामले के सिलसिले में पूछताछ की गयी.
पूछताछ के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं जांचकर्ताओं के साथ पूरा सहयोग कर रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने (भाजपा) 11 बरस पुराना मामला खोदकर निकाला है और मुझे एक राजनीतिक दल (तृणमूल कांग्रेस) से जुड़ाव के कारण प्रताड़ित किया जा रहा है.’ उनसे शुक्रवार को पूछताछ शुरू हुई और शनिवार को भी जारी रही.
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर, 2009 में हावड़ा से नयी दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस को घंटों बंधक बनाकर रखा गया था. ट्रेन पर पत्थरबाजी हुई थी. ट्रेन की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिये गये थे. राजधानी एक्सप्रेस पर हुई पत्थरबाजी में कई यात्री घायल हो गये थे. ट्रेन के अंदर से वीडियो बनाकर लोगों ने मीडिया को बताया था कि ट्रेन को बंधक बनाकर उस पर पत्थरबाजी की जा रही है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि वर्ष 2008 में पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के काफिले पर हमले में दोषी करार दिये गये नक्सली नेता छत्रधर महतो को 12 मई, 2015 को निचली अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनायी. अगस्त, 2019 में कलकत्ता हाइकोर्ट ने छत्रधर महतो की उम्रकैद की सजा को रद्द करके उसे 10 साल कैद की सजा सुनायी. फरवरी में वह जमानत पर रिहा होकर जंगल महल पहुंचे थे.
Posted By : Mithilesh Jha