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जाली नोट मामले में एनआइए का छापा

जाली करंसी के कारोबार और अन्य मामलों को लेकर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) मुंबई की एक टीम ने गुरुवार की देर रात यहां छापामारी की

By Prabhat Khabar News Desk | September 12, 2020 3:25 AM

विकास, कोडरमा : जाली करंसी के कारोबार और अन्य मामलों को लेकर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) मुंबई की एक टीम ने गुरुवार की देर रात यहां छापामारी की. दो अधिकारियों के साथ टीम ने तिलैया थाना क्षेत्र के आरएलएसवाइ कॉलेज रोड स्थित एक घर में घंटों सर्च अभियान चलाया. साथ ही घर में रहनेवाले लोगों से लंबी पूछताछ की. टीम अपने साथ एक मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर ले गयी है.

जाली करंसी के मामले में एनआइए ने शहर में पहली बार इस तरह की छापेमारी की है. इसमें एनआइए की टीम ने तिलैया पुलिस का भी सहयोग लिया है. जानकारी के अनुसार, आरएलएसवाइ कॉलेज रोड में किशोर कुमार अग्रवाल द्वारा बनाये गये जिस घर में एनआइए की टीम ने छापामारी की, उसकी गिरफ्तारी जनवरी 2020 में ही उत्तरप्रदेश के मुगलसराय में जाली करंसी के मामले में हुई थी.

उस समय मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने किशोर के साथ तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था. इस मामले में हुई गिरफ्तारी के बाद किशोर जेल में बंद था. मार्च में वह अदालत से मिली जमानत के बाद से बाहर है. बताया जाता है कि एनआइए की टीम इसके घर पर गुरुवार शाम पहुंची और सर्च अभियान शुरू किया. देर रात तक सर्च अभियान चलाने के साथ ही किशोर अग्रवाल से लंबी पूछताछ की गयी. सूत्रों के अनुसार, मुंबई में जाली करंसी व अन्य आरोपों के एक मामले में तार जुड़े होने के कारण ही एनआइए ने यह छापेमारी की.

मुगलसराय में जाली करंसी के साथ गिरफ्तार हुआ था किशोर अग्रवाल : मुगलसराय कोतवाली थाना की पुलिस ने छह जनवरी 2020 को किशोर अग्रवाल, अजय कुमार वर्णवाल, कौशल कुमार सिंह और सुप्रिया (सभी तिलैया, कोडरमा निवासी) को यूपी के मुगलसराय से गिरफ्तार किया था. उस दौरान इनके पास से 57 सौ रुपये के नकली नोट बरामद किये गये थे. मुगलसराय की सेंट्रल कॉलोनी स्थित ओवरब्रिज के समीप जांच के दौरान पुलिस ने ब्रेजा कार में रखे गये बैग से 100 रुपये के 31 जाली नोट, 200 रुपये के आठ जाली नोट, 500 रुपये के दो जाली नोट और 21 एटीएम कार्ड बरामद किये थे. पुलिस ने सभी के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया था.

झांसा देकर फंसाते थे : आरोपियों ने स्वीकार किया था कि वे जाली नोटों की सप्लाई का झांसा देकर ग्राहकों को फंसाते थे. बाद में एक बैग में नमक और पेपर भरकर डिलिवरी करते थे. ये दो लाख का जाली नोट देने के एवज में एक लाख रुपये लेते थे. आरोपियों ने स्वीकार किया था नकली नोटों का सैंपल राजस्थान के जयपुर निवासी किसी जैन नाम के शख्स द्वारा मुहैया कराया जाता है.

आरएलएसवाइ कॉलेज रोड के इसी घर पर एनआइए टीम ने की है छापामारी : एनआइए की टीम ने जांच को लेकर सहयोग मांगा था. हमने सहयोग किया है. इससे ज्यादा इस मामले में मैं कुछ नहीं बता सकता हूं.

– डाॅ एहतेशाम वकारीब,

पुलिस अधीक्षक : पुलिस मुझे फंसा रही है. जाली करंसी को लेकर एनआइए की टीम ने मुझसे पूछताछ की है. मैंने टीम को सही जानकारी दे दी है.

– किशोर अग्रवाल

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