प्रयागराज : बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अज़ीम अशरफ को शनिवार को देर रात 17 पुलिसकर्मियों की टीम प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जा रही थी. इस दौरान मीडियाकर्मी के रूप में आए तीन शूटर्स ने ताबड़तोड़ गोली मारकर दोनों की हत्या कर दी थी. इस शूटआउट को अंजाम देने वाले 3 शूटर्स को पुलिस ने हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ कर रही है. इसके बाद दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था. इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि अतीक को कम से कम 9 गोलियां लगी थीं, जबकि अशरफ को 5 गोलियां लगी थीं.
आपको बता दें कि 5 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अतीक के शरीर में 9 गोलियों के निशान पाए गए हैं, जिसमें एक गोली सीधे सिर पर और 8 गोलियां छाती और पीठ पर मारी गई थीं. जबकि उसके भाई अशरफ के शरीर से 5 गोलियां बरामद की गईं, जिसमें एक गोली सिर पर और 5 गोलियां उसके पीठ पर मारी गई थी. इस पोस्टमॉर्टम की कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है.
गौरतलब है कि पूर्व विधायक व सांसद माफिया अतीक अहमद पर 100 अपराधिक मुकदमें दर्ज थे. 2005 में हुए बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह व अधिवक्ता उमेश पाल की प्रयागराज में उसके घर के बाहर हुई हत्या के बाद वह चर्चा में आया था. माफिया अतिक अहमद राजू पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी था और उमेश पाल शूटआउट में भी उसका नाम शामिल था. अतीक को 2019 में प्रॉपर्टी डीलर के अपहरण के बाद उसको गुजरात के साबरमती जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. पीछले दो महीने में अतीक को गुजरात से प्रयागराज कोर्ट में सुनवाई के लिए लाया और ले जाया गया. आपको बता दें कि माफिया अतीक का बेटा असद भी उमेश पाल शुटआउट में आरोपी था, जिसे यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को एनकाउंटर में मार गिराया था.
माफिया अतीक ने कोर्ट में पेशी पर जाने पर जाने के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस पर आरोप लगाते हुए मीडिया को बताया था कि ये लोग मुझे मारने का षड्यंत्र रच रहे हैं, मैं आप लोगों के वजह से ही सुरक्षित हूं. आपको बता दें कि माफिया अतीक पर उस वक्त ताबड़तोड़ गोली मारी गई जब वह लाइव मीडिया से बातचीत कर रहा था. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की कैदियों की सुरक्षा में हुए चूक और पुलिस फोर्स के सामने हुए ताबड़तोड़ फायरिंग के दौरान उचित के तरीके से जवाबी कार्रवाई न करने को लेकर कड़ी आलोचना हो रही है. वही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है.