लता मंगेशकर को आदर्श मानने वाली लातेहार की निशि सुरीली आवाजों से लोगों को कर रही मंत्रमुग्ध
jharkhand news: लातेहार की निशि रानी गायन के क्षेत्र में अलग पहचान बनायी है. अमर स्वतंत्रता सेनानी नीलांबर-पीतांबर के अदम्य शौर्य पर रचित गीत को निशि ने अपनी आवाज दी है. निशि के गायन की चहुंओर प्रशंसा हो रही है.
Jharkhand news: अपने हौसले एवं गायन से लोगों को अपना मुरीद बनाने वाली दिव्यांग निशि रानी ना सिर्फ लातेहार वरन पूरे पलामू प्रमंडल में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. गत 28 मार्च को नीलांबर-पीतांबर शहादत दिवस पर यंग स्टार ग्रुप, मेदिनीनगर के बैनर तले निशि रानी का एक गीत रिलीज हुआ. यह गीत अमर स्वतंत्रता सेनानी नीलांबर-पीतांबर के अदम्य शौर्य एवं वीरता पर आधारित है. इस गीत में निशि रानी ने अपनी दी है.
बचपन से ही गाने का है शौक
स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को अपना आदर्श मानने वाली निशि रानी को बचपन से ही गाने का शौक है. उसके पिता जीतेंद्र प्रसाद एवं माता सुनीता देवी ने निशि के इस शौक को पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने निशि रानी के दिव्यांगता को कभी उसकी सफलता की राहों में रोड़ा नहीं बनने दिया. निशि भी बड़े गर्व से कहती हैं कि वह अपने माता-पिता की बदौलत ही इस मुकाम तक पहुंची है.
स्वर संगम म्यूजिकल ग्रुप, लातेहार से जुड़ी है निशि
निशि इस साल मैट्रिक की परीक्षा दे रही है और इसको लेकर वह काफी उत्साहित है. वर्ष 2016 में स्वर संगम म्यूजिकल ग्रुप,लातेहार ने पहली बार सांस्कृतिक कार्य निदेशालय द्वारा आयोजित सुबह-सबेरे व शनि परब कार्यक्रम में निशि को मौका दिया था. निशि ने अपनी प्रतिभा से तत्कालीन डीडीसी अनिल कुमार सिंह को काफी प्रभावित किया था. श्री कुमार ने निशि की काफी तारीफ की थी. इसके बाद निशि ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
प्ले बैक सिंगर बनने का सपना
जिला प्रशासन के हर कार्यक्रम में निशि रानी की एक प्रस्तुति अवश्य होती है. झारखंड सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर न्यू टाउन हॉल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीसी अबु इमरान और स्थानीय विधायक बैद्यनाथ राम ने निशि रानी के गायन की काफी प्रशंसा की. विधायक श्री राम ने तो निशि रानी को नगद पुरस्कार भी दिया. निशि बताती हैं कि वह गानों को सुन कर याद कर लेती है और हारमोनियम या म्यूजिक ट्रैक पर इसका रियाज करती है. कहा कि उसका सपना पढ़-लिखकर एक प्ले बैक सिंगर बनने का है.
रिपोर्ट : आशीष टैगोर, लातेहार.