Nitish Cabinet : कौन हैं निर्दलीय विधायक सुमित सिंह, जिन्हें नीतीश ने बहुमत के बाद भी दोबारा बनाया मंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कैबिनेट विस्तार में एक बार फिर से जमुई के चकाई विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को मंत्री पद दिया गया है. कौन हैं ये सुमित सिंह जिन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इतना भरोसा किया है.
बिहार में नीतीश कुमार के कैबिनेट का आज विस्तार किया गया है. इस नए मंत्रिमंडल के विस्तार में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के कैबिनेट में मंत्री रहे नरेंद्र सिंह के बेटे और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को एक बार फिर से मंत्री बनाए गए हैं. सुमित कुमार सिंह इससे पहले एनडीए के सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. सुमित सिंह के दादा भी चकाई विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके है और वह एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे.
2010 में पहली बार लड़ा था चुनाव
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र रहे मंत्री सुमित कुमार सिंह ने सबसे पहली बार 2010 में चुनाव लड़ा था. वो जमुई के चकाई विधानसभा सीट से जेएमएम की टिकट पर चुनाव लड़े थे और जीते थे. लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना समर्थन नीतीश कुमार को दे दिया था और जदयू में शामिल हो गए थे.
एनडीए सरकार में भी बने थे मंत्री
इसके बाद 2015 में जब उन्हें जदयू ने टिकट नहीं दिया तो वो निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद फिर से 2020 के चुनाव में भी वह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे और जीत भी हासिल की थी. इस चुनाव में उन्होंने जदयू और राजद दोनों के उम्मीदवारों का हराया और जीत हासिल की थी. इस जीत के बाद इन्हें 2020 में बनी एनडीए की सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
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निर्दलीय हासिल की थी जीत
जमुई जिले के चकाई विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने और फिर जीत हासिल करने के बाद सुमित सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी. सुमित कुमार सिंह का नीतीश कुमार को समर्थन देना और क्षेत्र में मजबूत पकड़ ही उनके दोबारा मंत्री बनने का कारण बताया जा रहा है.