Bareilly: शहर में दीपावली का बाजार सज चुका है. खरीदारों की भीड़ में काफी इजाफा हुआ है. धनतेरस पर इसमें और इजाफा होगा. इसका ख्याल रखते हुए बरेली ट्रैफिक पुलिस ने तीन दिन का रूट डायवर्जन किया है. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक 8 नवंबर की देर रात से 10 नवंबर तक रूट डायवर्जन लागू रहेगा. यह रूट डायवर्जन दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक लागू किया गया है. इस दौरान प्रतिबंधित मार्ग पर किसी वाहन की एंट्री नहीं होगी. यह रूट डायवर्जन आगे भी बढ़ाया जा सकता है, जिससे दीपावली पर भी बाजार आने वाले लोगों को जाम से दिक्कत न हो. शहर में ई रिक्शा, तीन पहिया, और चार पहिया वाहनों का रूट डायवर्जन किया गया है. शहर के नावल्टी चौराहा से कोई भी तीन पहिया और चार पहिया वाहन सिकलापुर, कुतुबखाना चौराहा की तरफ नहीं जा सकेगा. ऐसे सभी वाहनों को पार्किंग में खड़ा किया जाएगा. इसके लिए राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) और विशप मंडल इंटर कॉलेज मैदान में वाहनों की पार्किंग की जाएगी. शहर के सिकलापुर चौराहा से कोई भी तीन पहिया और चार पहिया वाहन पुराना रोडवेज बस अड्डे, साहू गोपीनाथ चौराहा की तरफ नहीं जाएगा. खलील तिराहा से कोई भी ई रिक्शा, तीन पहिया और चार पहिया वाहन कुतुबखाना चौराहा की तरफ नहीं आ-जा सकेंगे. साहूगोपीनाथ से किला क्रासिंग की तरफ कोई भी ई रिक्शा, तीन पहिया और चार पहिया अन्दर की तरफ नहीं जाएगा. रूट डायवर्जन लागू करने के साथ ही ट्रैफिक पुलिस, और पीआरडी जवानों को भी लगाया गया है.
त्योहारी सीजन पर बरेली मेंरेलवे और बस स्टेशन पर पैसेंजर की भीड़ बढ़ने लगी है. मगर, ट्रेनों की लेटलतीफी से पैसेंजर काफी परेशान हैं. ट्रेनों में वेटिंग भी 200 के पार हो चुकीं है. पैसेंजर को स्पेशल ट्रेन में भी बर्थ नहीं मिल रही है. इसके साथ ही बस स्टेशनों पर बस भी फुल हैं. पैसेंजर के लिए दीपावली पर बस बढ़ाने की तैयारी है.
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धनतेरस का पर्व इस बार 10 नवंबर को मनाया जाएगा. धनतेरस को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुओं में 13 गुना वृद्धि होती है और आपको धन की कमी नहीं होती. इस वजह से बाजार में भारी भीड़ के मद्देनजर ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली मनाई जाती है। यह कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी होती है और इसे रूप चौदस, नरक चौदस और काली चौदस भी कहते हैं. दीपावली से एक दिन पहले इस पर्व पर बाजार में भारी भीड़ उमड़ती है. इसी तरह दीपावली कार्तिक अमावस्या को मनाई जाती है. इस दिन भगवान राम लंका को जीतकर अयोध्या लौटे थे और उनका स्वागत नगरवासियों ने घी के दीपक जलाकर किया था. इस पर्व पर सड़कों पर वाहनों का भारी दबाव रहता है. इसके लिए लोगों की सुविधा के मद्देनजर रूट डायर्वजन किया गया है. दीपावली 12 नवंबर को मनाई जाएगी।
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली