Dhanbad News: धनबाद के बरटांड़ स्थित बस स्टैंड में हर दिन 10 हजार से अधिक यात्रियों का आना-जाना है. यहां से इंटर स्टेट, बिहार व बंगाल के लिए बसें खुलती है. कुछ बस जो बंगाल व बिहार से आती है, कुछ मिनट के लिए उसका यहां ठहराव होता है. इसके अलावा पिकअप वैन व ऑटो भी चलता है, लेकिन स्टैंड में सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. मात्र तीन हाइ मास्ट लाइट है. एक यात्री शेड है, जो बदबूदार है. लिहाजा यात्रियों को परिसर में ही खड़ा होकर बस का इंतजार करना पड़ता है. पूरे परिसर में एक शुलभ शौचालय है. यात्रियों के ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है. बस स्टैंड परिसर में गंदगी का अंबार लगा रहता है. अगर बिजली गुल गयी तो अंधेरे में यात्रियों को रहना पड़ता है.
बरटांड़ परिसर में 1.30 करोड़ की लागत से विश्रामगृह बनाया जा रहा है. विश्रामगृह का काम 70 प्रतिशत पूरा हो गया है. निगम अधिकारी के मुताबिक विश्रामगृह बनने से बाहर से आनेवाले यात्रियों को सुविधा होगी. विश्रामगृह के लिए नॉमिनल चार्ज लिया जायेगा. विश्रामगृह दो मंजिला होगा. बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण पर काम किया जा रहा है. विश्रामगृह का काम जोर-शोर से चल रहा है. यात्री शेड को रिनोवेट किया जायेगा. इलेक्ट्रिक बस का यहां टर्मिनल भी बनाया जायेगा.
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को-ऑपरेटिव कॉलोनी, विकास नगर, वनस्थली कॉलोनी की स्ट्रीट लाइट ढाई साल से नहीं जल रही है. यहां सड़क व नाली का निर्माण तो किया गया लेकिन स्ट्रीट लाइट पर ध्यान नहीं दिया गया है. स्थानीय लोगों ने नगर निगम में कई बार शिकायत की लेकिन कोई पहल नहीं की गयी.
पथ विक्रेता समन्वय समिति का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने स्टेशन रोड के फुटपाथ दुकानदारों की समस्याओं को उठाया. कहा कि जिस स्थान से फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ने के लिए प्रयास हो रहा है. वह जमीन नेशनल हाइवे की है. एसडीएम ने कहा कि 28 नवंबर को स्टेशन रोड का निरीक्षण करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में पूर्व वार्ड पार्षद अशोक पाल, श्यामल मजूमदार, रामनाथ सिंह, टुन्ना सिंह सहित कई नेता शामिल थे.