आगरा के जिला अस्पताल में मरीज को दिखाने के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लाइन, क्यूआर कोड से दिखा सकेंगे मरीज

आगरा जिला अस्पताल में रोजाना ही सैकड़ों की संख्या में तीमारदार अपने मरीजों को दिखाने के लिए आते हैं. ऐसे में रोजाना कई तरह की अनियमितताओं के मामले भी सामने आए हैं. भीषण गर्मी में भी लोगों को भारी भीड़ के बीच लाइन में खड़ा होना पड़ता है.

By Radheshyam Kushwaha | February 28, 2023 5:03 PM
an image

आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा के जिला अस्पताल की ओपीडी में लाइन लगाकर मरीज दिखाने के लिए अब लोगों को पर्चा बनवाने की आवश्यकता नहीं है. जिला अस्पताल प्रशासन ने मोबाइल ऐप बनाया है जिसकी मदद से जिला अस्पताल में आने वाले तीमारदार पंजीकरण करा सकेंगे. जिसके बाद उन्हें एक टोकन नंबर मिल जाएगा और इस टोकन नंबर की मदद से वह अपने मरीज को संबंधित विभाग के डॉक्टर को सीधे तौर पर दिखाएंगे.

मरीजों को अब नहीं लगानी पड़ेगी लाइन

जिला अस्पताल में रोजाना ही सैकड़ों की संख्या में तीमारदार अपने मरीजों को दिखाने के लिए आते हैं. ऐसे में रोजाना कई तरह की अनियमितताओं के मामले भी सामने आए हैं. भीषण गर्मी में भी लोगों को भारी भीड़ के बीच लाइन में खड़ा होना पड़ता है. लेकिन अब जिला अस्पताल प्रशासन ने इस समस्या को पूर्ण रूप से खत्म करने का तरीका अपना लिया है. जिला अस्पताल के मुख्य अधीक्षक डॉ सीपी सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की स्कैन एंड शेयर की सहायता से यूनिक क्यूआर कोड का निर्माण किया गया है. इससे मरीज अपना पंजीकरण करा सकते हैं.

Also Read: बिकरु कांड मामले में सुनवाई, गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी और भाई पर आरोप तय, रिचा दुबे पर कानून कसेगा शिकंजा
क्यूआर कोड से दिखा सकेंगे मरीज

क्यूआर कोड को किसी भी हेल्प एप जैसे आभा एप, आरोग्य सेतु एप, बजाज हेल्थ, एका केयर, ड्रीफकेस और पेटीएम से स्कैन कर उसमें अपना नाम, उम्र, लिंग और आभा नंबर दर्ज कर टोकन प्राप्त कर सकते हैं. वहीं इस टोकन की मदद से वह संबंधित विभाग के डॉक्टर को अपने मरीज को दिखा सकते हैं. उन्होंने बताया कि पहली बार पंजीकरण होने के बाद अगली बार डॉक्टर को दिखाने आने के लिए कोई भी जानकारी देने की आवश्यकता नहीं होगी. क्यूआर कोड स्कैन करने पर टोकन मिलेगा जिसे लेकर सीधे ओपीडी में चिकित्सक को मरीज दिखा सकते हैं.

जानें क्या कहतीं हैं प्रमुख अधीक्षक

प्रमुख अधीक्षक डॉ अनीता शर्मा ने बताया कि यह व्यवस्था शुरू कर दी गई है. पर्चा काउंटर पर qr-code लगा दिया गया है और इस व्यवस्था से ओपीडी में पर्चा बनाने के लिए अब लंबी कतार से छुटकारा मिलेगा और तीमारदार अपने मरीज को आसानी से डॉक्टर को दिखा सकेंगे.

Exit mobile version