Coronavirus Pandemic: बंगाल में पेट्रोल पंपों पर ‘मास्क नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ की व्यवस्था लागू
no mask, no petrol system at petrol pumps in west bengal to tackle covid19 कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पेट्रोल पंपों के संगठनों ने राज्य भर ‘मास्क नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ की व्यवस्था लागू कर दी है. ऐसे में जो लोग मास्क नहीं पहने होंगे, उन्हें पेट्रोल या डीजल की बिक्री नहीं की जायेगी. लोगों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए यह व्यवस्था की गयी है.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पेट्रोल पंपों के संगठनों ने राज्य भर ‘मास्क नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ की व्यवस्था लागू कर दी है. ऐसे में जो लोग मास्क नहीं पहने होंगे, उन्हें पेट्रोल या डीजल की बिक्री नहीं की जायेगी. लोगों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए यह व्यवस्था की गयी है.
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पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव एस कोले ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए उन मोटरसाइकिल परिचालकों और ड्राइवरों को पेट्रोल-डीजल नहीं बेचने का निर्णय किया गया है, जो मास्क नहीं पहने होंगे.
श्री कोले ने कहा कि यह निर्णय गुरुवार (16 अप्रैल, 2020) की शाम को लिया गया. तब से ही यह प्रभाव में आ गया है. पेट्रोल पंपों ने ‘मास्क नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ की सूचनाएं पेट्रोल पंपों पर लगायी हैं. उन्होंने कहा, ‘कई लोग पेट्रोल पंपों पर बिना मास्क के आ रहे हैं. लेकिन, इस निर्णय के बारे में बताने पर वह अपनी जेब से मास्क निकालकर पहन रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि अभी तक इसकी प्रतिक्रिया सही है और जिनके पास मास्क नहीं है, उन्हें वापस भेज दिया जा रहा है. एसोसिएशन में इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के करीब 2,000 पेट्रोल पंप शामिल हैं. इंडियन ऑयल के प्रवक्ता ने इसे एक स्वागत योग्य कदम बताया. इससे पहले यातायात नियमों का सख्त पालन कराने के लिए भी इस तरह के कई प्रयास किये जाते रहे हैं.
हाल में दिल्ली से सटे नोएडा में स्थानीय प्रशासन ने दोपहिया वाहन चालकों के बीच हेलमेट पहनने को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए ‘हेलमेट नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ का अभियान चलाया है. वहीं, देश के अलग-अलग शहरों में पहले भी ‘सीट बेल्ट नहीं, तो पेट्रोल नहीं’ जैसे अभियान चलाये जाते रहे हैं.
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उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के कम से कम 22 नये मामले आये हैं. राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने शुक्रवार को बताया कि चार लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गयी.
श्री सिन्हा ने बताया कि इन नये मामलों के बाद राज्य में अब 162 संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कोविड- 19 के 210 मामले सामने आये हैं. वहीं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर संक्रमितों की संख्या 251 बतायी है.