JEE Advanced : धनबाद से जैक बोर्ड के एक भी छात्र को नहीं मिली सफलता, राज्य में केवल दो ही हुए सफल
जेइइ एडवांस 2022 का परिणाम रविवार 12 सितंबर को जारी हो गया है. आईआईटी में प्रवेश के लिए आयोजित इस परीक्षा में धनबाद में सीबीएसइ बोर्ड के छात्रों का दबदबा रहा है. बात करें जैक बोर्ड की तो इस बोर्ड के राज्य से केवल दो बच्चे ही हैं, जिन्होंने सफलता हासिल की है.
JEE Advanced Result : जेइइ एडवांस 2022 का परिणाम रविवार 12 सितंबर को जारी हो गया है. आईआईटी में प्रवेश के लिए आयोजित इस परीक्षा में धनबाद में सीबीएसइ बोर्ड के छात्रों का दबदबा रहा है. परीक्षा में धनबाद के करीब 50 छात्र व छात्राओं ने सफलता हासिल की है. करीब 40 विद्यार्थी सीबीएसइ बोर्ड से थे. वहीं करीब 10 विद्यार्थी सीआइसीएसएइ (आइएससी) बोर्ड से थे.
जैक बोर्ड का रिजल्ट सबसे खराब
इस परीक्षा में झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड के एक भी विद्यार्थी धनबाद से सफल नहीं हुए हैं. यह बात इस लिए भी अहम है जिले में 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों में सबसे अधिक संख्या जैक बोर्ड के छात्रों की है. वहीं 12वीं साइंस में भी जैक बोर्ड के छात्रों की भागीदारी 70 प्रतिशत है. लेकिन बात जब जेइइ एडवांस और नीट जैसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफलता पाने की होती है, तब जैक बोर्ड के छात्र सीबीएसइ और सीआइएससीइ बोर्ड के छात्रों से काफी पिछड़ जाते हैं.
आकांक्षा 40 के दो छात्र सफल
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा संचालित आकांक्षा 40 कोचिंग योजना से जेइइ एडवांस के लिए केवल दो विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में सफलता पायी है. इन दोनों छात्रों में धनबाद का एक भी नहीं है. इस कोचिंग योजना में जैक बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों को तैयारी करायी जाती है. आकांक्षा 40 की कक्षाएं रांची में ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जिला स्कूल कैंपस में संचालित होती है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
फोकस क्लासेस के अजय वीर बताते हैं कि जैक बोर्ड के छात्रों को जेइइ मेन की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलता है. जैक बोर्ड द्वारा 11वीं की परीक्षा लेने व इस का रिजल्ट देने में जुलाई या अगस्त तक का वक्त लग जाता है. ऐसे में 12वीं बोर्ड और जेइइ मेंस और एडवांस की तैयारी के लिए इन्हें सीबीएसइ और सीआइएससीइ बोर्ड के छात्रों के मुकाबले कम समय मिलता है. जबकि इन दोनों बोर्ड की 11वीं की परीक्षाएं फरवरी व मार्च में हो जाती हैं. गोल धनबाद के सेंटर हेड संजय आनंद कहते हैं कि जैक बोर्ड के छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती है. जेइइ और नीट में पिछड़ने की बड़ी वजह अभिभावकों में जागरूकता का अभाव है. ऐसे छात्रों को यह पता नहीं होता है कि इन परीक्षाओं के तैयारी कैसे की जाये?
क्या कहते हैं आकांक्षा के को-ऑर्डिनेटर
राज्य में आकांक्षा 40 के को-ऑर्डिनेटर वीके सिंह बताते हैं कि जैक बोर्ड के छात्रों की प्रतिभा अन्य बोर्ड के विद्यार्थियों से कम नहीं है. अगर सही मार्गदर्शन मिले तो यह भी इस परीक्षा में अच्छे अंक के साथ सफल होते हैं. उन्होंने बताया कि 2021 और 2022 में आकांक्षा 40 से तैयारी कर रहे पांच – पांच बच्चों ने नीट में और जेइइ एडवांस में पिछले वर्ष पांच और इस वर्ष दो विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की है.